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मंत्री नंदी का पलटवार- अभी बच्चे हैं राहुल गांधी, पीएम के खिलाफ आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग मानसिक दिवालियापन का प्रमाण

सूर्योदय भास्कर, लखनऊ। राजस्थान में एक चुनावी भाषण के दौरान प्रधानमंत्री के लिए पनौती शब्द का इस्तेमाल किए जाने के बयान पर योगी सरकार के मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने पलटवार किया है। उन्होंने एक्स पोस्ट कर लिखा है कि राहुल गांधी बार-बार और हर बार साबित करते हैं कि वो मानसिक रूप से अभी बच्चे ही हैं! हिंदुस्तान को चाहने वाला हर व्यक्ति देश के यशस्वी प्रधानमंत्री आदरणीय नरेन्द्र मोदी जी को सर आaखों पर बैठाता है। प्रधानमंत्री के लिए ऐसे आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग उनकी दुर्बुद्धि और मानसिक दिवालियापन का प्रमाण है। 

उन्होंने आगे लिखा कि कभी नीच, कभी पनौती जैसे अशोभनीय शब्द कांग्रेस की ओबीसी विरोधी सोच को दर्शाता है। मुंह में चाँदी का चम्मच लेकर पैदा होने वाले कांग्रेस के राजकुमार सोचते हैं कि सत्ता उनकी खानदानी जागीर है। ओबीसी वर्ग और साधारण परिवार से आने वाले एक व्यक्ति जो देश के प्रधानमंत्री हैं, इसे वो पचा नहीं पा रहे हैं। 

कभी लेडीज वाशरूम में घुस जाते हैं, कभी आलू से सोना निकालते हैं और कभी कहते हैं कि मंदिरों में लड़के छेड़खानी करने जाते हैं! उनकी इसी मूर्खता का परिणाम है कि पिछले दसियों साल से कोई माँ-बाप अपने बेटे का नाम पप्पू / राहुल नहीं रखते!

लखनऊ नगर निगम सदन में वंदे मातरम को लेकर सपा पार्षदों का विरोध, लगे नारे

सूर्योदय भास्कर, लखनऊ। लखनऊ नगर निगम सदन की बैठक की शुरुआत गुरुवार को वंदे मातरम से करने की महापौर ने घोषणा की तो सपा पार्षदों ने इसका विरोध शुरू कर दिया। सपा के सैयद यावर हुसैन रेशू ने कहा कि आज से पहले कभी भी वंदे मातरम से सदन की बैठक नहीं शुरू हुई। फिर आज क्यों ऐसा किया जा रहा है। परंपरा तोड़ी जा रही है। कांग्रेस के मुकेश सिंह चौहान ने कहा की वंदे मातरम तथा राष्ट्रगान दोनों होना चाहिए। महापौर ने कहा की शुरुआत वंदे मातरम तथा समापन राष्ट्रगान से किया जाएगा।

महापौर ने विधानसभा तथा लोकसभा का भी हवाला दिया और कहा कि इन दोनों सदनों की शुरुआत भी वंदे मातरम से होती है। इसी वजह से नगर निगम सदन में भी अब इसकी शुरुआत वंदे मातरम से की जा रही है। भाजपा पार्षदों ने भारत माता की जय के नारे लगाए। सपा पार्षद शांत रहे। मेयर ने कहा कि समापन पर राष्ट्रगान किया जाएगा।

दरअसल, लखनऊ नगर निगम सदन की गुरुवार को होने वाली इस बैठक में चालू वित्तीय वर्ष का पुनरीक्षित बजट पास होगा। इस वित्तीय वर्ष में नगर निगम 538 करोड़ की आय का लक्ष्य प्रस्तावित किया है। नगर निगम कार्यकारिणी की बैठक पिछले महीने हुई थी। जिसमें पुनरीक्षित बजट पास हुआ। अब इसे सदन से पास कराया जाना है। सदन में बजट को लेकर चर्चा होगी। सदन अगर चाहेगा तो कार्यकारिणी से पास बजट में संशोधन होगा। इस वित्तीय वर्ष के मूल बजट में सड़कों के लिए केवल 70 करोड़ का प्रावधान था।

2091.07 करोड़ खर्च होगा

लखनऊ नगर निगम ने प्रस्तावित पुनरीक्षित बजट में आय, व्यय में वृद्धि की है। चालू वित्तीय वर्ष के पुनरीक्षित बजट में उसने 2091.59 करोड़ रुपए की आय का लक्ष्य है। इसके सापेक्ष वह 2091.07 करोड़ रुपए खर्च करेगा। मूल बजट में 1777.34 करोड़ रुपए की आय प्रावधानित की गई थी। व्यय में 1775.96 करोड़ रुपए का प्रावधान था।

डीप-फेक के खिलाफ एक्शन मोड में सरकार, सोशल मीडिया कंपनियों के साथ बैठक कर अश्विनी वैष्णव बोले- 4 पहलुओं पर उठाएंगे कदम

सूर्योदय भास्कर, नई दिल्ली। डीपफेक को लेकर केंद्र सरकार अब सख्त रवैया अपनाने जा रही है। केंद्रीय संचार, इलेक्ट्रॉनिक और आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि सरकार जल्द ही इसके खिलाफ बड़े कदम उठाने वाली है।

मंत्री ने कहा कि जल्द ही सरकार ऐसे डीपफेक वीडियो को होस्ट करने वाले प्लेटफार्मों के लिए कानून और दंड का प्रावधान करने वाली है।

नया खतरा बनकर उभरा डीपफेक

अश्विनी वैष्णव ने आज डीप फेक के मुद्दे पर सोशल मीडिया प्लेटफार्मों और हितधारकों के साथ एक बैठक की अध्यक्षता की। डीप फेक पर बोलते हुए अश्विनी वैष्णव ने कहा कि डीप फेक समाज में एक नया खतरा बनकर उभरा है।

मंत्री ने कहा कि हमें तत्काल कदम उठाने की जरूरत है और हमने ये फैसला किया है कि हम कुछ ही हफ्तों में डीपफेक को कानूनी दायरे में लाने के लिए मसौदा तैयार करने कोशिश की जाएगी। उन्होंने कहा कि आज चार पहलुओं पर ध्यान केंद्रित करने पर बात हुई, जिनमें शामिल है…

  • डीप फेक का पता लगाना
  • इसकी रोकथाम
  • रिपोर्टिंग तंत्र
  • जागरूकता बढ़ाने की जरूरत

अश्विनी वैष्णव ने बताया कि डीपफेक के खिलाफ सोशल मीडिया कंपनियां नैसकॉम और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) पर काम कर रहे प्रोफेसर के साथ भी आज बैठक हुई।

दिल्लीवासियों की सांसों पर संकट बरकरार, कई इलाकों में 400 के पार पहुंचा एक्यूआई

सूर्योदय भास्कर, नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली में लोगों की सांसों पर संकट बरकरार है। राजधानी के कई इलाकों में हवा की दिशा बदलने व गति कम होने से आबोहवा फिर गंभीर श्रेणी में पहुंच गई है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के मुताबिक गुरुवार सुबह, जाहंगीरपुरी में 434, बवाना में 441, द्वारका में 412, बुराड़ी में 441, आनंद विहार में 387, अशोक विहार में 386, एक्यूआई दर्ज किया गया है।

वहीं, दिल्ली-एनसीआर में कोहरे के साथ तापमान में गिरावट देखने को मिल रही है। पहाड़ों पर बर्फबारी से मैदानी इलाकों में ठंड बढ़ रही है। दोपहर के समय धूप कम खिल रही है और सुबह-शाम ठंड बढ़ने लगी है। इससे दिल्ली में न्यूनतम तापमान में गिरावट आई है।

बुधवार को न्यूनतम तापमान सामान्य से एक डिग्री कम 10.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। कुछ इलाकों में न्यूनतम तापमान 10.4 डिग्री से नीचे रहा। औसत अधिकतम तापमान 26 डिग्री दर्ज किया गया। यह सामान्य से एक डिग्री कम दर्ज किया गया। मौसम विभाग की मानें तो सोमवार को कुछ इलाकों में हल्की बारिश हो सकती है। इससे ठिठुरन बढ़ेगी। ऐसे में अधिकतम और न्यूनतम तापमान में और कमी आएगी। इधर, लोदी रोड में न्यूनतम तापमान 10.4, जफरपुर में 11.2, मुंगेशपुर में 11.3, नरेला में 12.1 डिग्री सेल्सियस रहा। पीतमपुरा में अधिकतम तापमान 27.6, नरेला में 27.4, स्पोर्ट्स कांप्लेक्स में 26.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। 

ग्रैप-4 लागू हुआ तो बीएस4 डीजल और ई-बसों को छोड़कर अन्य के प्रवेश पर रोक
दिल्ली सरकार ने अधिसूचित जारी किया है कि वायु प्रदूषण नियंत्रण योजना के अंतिम चरण ग्रैप-4 की पाबंदियां लागू होने पर राजधानी में सीएनजी, बीएस4 डीजल और इलेक्ट्रिक बसों को छोड़कर अन्य बसों के प्रवेश पर रोक लगा दी जाएगी। अधिसूचना में कहा गया है कि ग्रैप -4लागू होने पर पर्यटक बसें, ठेके पर चलने वाली बसों और राज्य परिवहन बसों या सीएनजी इलेक्ट्रिक या बीएस4 डीजल बसों को छोड़कर अन्य राज्यों में किसी अन्य प्रकार के परमिट रखने वाली सभी बसों के दिल्ली में प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया जाएगा।

सीएम योगी की सख्‍ती के बाद मथुरा की तर्ज पर अब लखनऊ में लगेगा ई-रिक्शा पर प्रतिबंध, पंजीकरण पर लगाई गई रोक

सूर्योदय भास्कर, लखनऊ। राजधानी में ई-रिक्शा के संचालन की पहेली सुलझने का नाम नहीं ले रही। यातायात व परिवहन विभाग के सारे प्रयास कागजों तक सीमित रहे। यही वजह है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पूर्व मंत्री आशुतोष टंडन के आवास पर जाने के रास्ते में जगह-जगह बेतरतीब दौड़ते ई-रिक्शा मिले। मुख्यमंत्री की भाव-भंगिमा देख अब ई-रिक्शा का रूटवार संचालन कराने की तैयारी तेज हुई है।

इसी बीच मथुरा जिले ने ई-रिक्शा का पंजीकरण प्रतिबंधित करके राजधानी को राह दिखाई है। अब उसी रास्ते पर बढ़ने के आसार हैं। मथुरा जिले में सिर्फ 13546 ई-रिक्शा का पंजीकरण हो सका था, इनकी सड़क पर भीड़ से जगह-जगह जाम लग रहा था। वहीं, राजधानी के ट्रांसपोर्ट नगर कार्यालय में 46372 का पंजीकरण हो चुका है, देवा रोड कार्यालय की संख्या जोड़े तो 50 हजार से अधिक ई-रिक्शा चल रहे हैं।

इधर, हर माह एक हजार ई-रिक्शा का पंजीकरण भी हो रहा है, जबकि सरकार तीन पहिया इलेक्ट्रिक वाहन पर सब्सिडी नहीं दे रही है। यातायात विभाग ने तीन जून 2023 को संयुक्त पुलिस आयुक्त व जिलाधिकारी को पत्र भेजकर ई-रिक्शा का पंजीकरण रोकने का अनुरोध किया था लेकिन, अधिकारियों ने इस पर गौर ही नहीं किया।

ऐसे लगाया प्रतिबंध एसएसपी मथुरा ने नौ अक्टूबर को जिलाधिकारी मथुरा को पत्र लिखकर पंजीकरण रोकने का अनुरोध किया। 18 अक्टूबर को मंडलायुक्त आगरा की अध्यक्षता में बैठक हुई इसमें उत्तर प्रदेश मोटरयान नियमावली 1998 के नियम 178 में दिए प्रविधान के तहत मुहर लगा दी गई। एसएसपी मथुरा ने छह नवंबर को अधिसूचना जारी की। वरिष्ठ संभागीय परिवहन अधिकारी मथुरा प्रदीप कुमार सिंह ने 20 नवंबर से मथुरा ग्रामीण व नगर सीमा में नए ई-रिक्शा का पंजीकरण करने पर रोक लगा दी है। |

ये है नियम

किसी नगर निगम, नगर पालिका या नगर पंचायत के भीतर पुलिस अधीक्षक और अन्य क्षेत्र में रजिस्ट्रीकर्ता प्राधिकारी अपने-अपने अधिकारिता क्षेत्र के भीतर किसी क्षेत्र में या किसी सड़क पर गति पर निबंधन या सामान्यतया मोटरयानों या किसी विशिष्ट वर्ग या वर्गों के मोटरयानों के प्रयोग पर निबंधन या प्रतिषेध का ऐसा आदेश जैसा वह उचित समझे दे सकता है। ऐसे आदेश अधिसूचना द्वारा सरकारी गजट में और ऐसे स्थान या मार्ग पर या उसके निकट जहां से लागू होते हैं सूचना पटों के माध्यम से प्रकाशित किए जाएंगे। -उत्तर प्रदेश मोटरयान नियमावली 1998 के नियम 178 में प्रविधान

मंडलायुक्त से करेंगे अनुरोध

हृदेश कुमार डीसीपी यातायात हृदेश कुमार ने कहा कि मथुरा की तरह राजधानी में ई-रिक्शा पर प्रतिबंध लगाने के लिए मंडलायुक्त से अनुरोध करेंगे। वैसे 11 मार्गों पर ये प्रतिबंधित हैं व चौराहों पर यात्री न बैठाने के सख्त निर्देश हैं। ई-रिक्शा को थानावार पंजीकृत करके संचालन की योजना बना रहे हैं। आरटीओ प्रवर्तन संदीप कुमार पंकज ने कहा कि इस संबंध में यातायात विभाग ही निर्णय ले सकता है। ट्रैफिक ई-रिक्शा को लेकर गंभीर है।

यूपी के ये 35 आईएएस पांच राज्यों में बनकर जाएंगे प्रेक्षक, चुनाव आयोग को भेजी सूची

सूर्योदय भास्कर: देश के पांच राज्यों छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, मिजोरम, राजस्थान और तेलंगाना में होने वाले विधानसभा चुनाव में यूपी के 35 आईएएस अफसरों को प्रेक्षक बनाकर भेजा जाएगा। नियुक्ति विभाग ने इस अफसरों के नाम चुनाव आयोग को भेज दिए हैं। नई दिल्ली में शुक्रवार को होने वाली बैठक में इन सभी अधिकारियों को शामिल होने के निर्देश दिए गए हैं।

संयुक्त समद्दार, शशि भूषण लाल सुशील, समीर वर्मा, संजय कुमार, कंचन वर्मा, गुर्राला श्रीनिवासुलू, अभिषेक प्रकाश, नवीन कुमार जीएस, अभय, पवन कुमार, अमृत त्रिपाठी, डा. वेदपति मिश्रा, डा. रुपेश कुमार, प्रकाश बिंदु, भूपेंद्र एस चौधरी, राकेश कुमार मिश्रा को प्रेक्षक बनाने के लिए नाम भेजा गया है।

राम केवल, जगदीश प्रसाद, राजेश प्रकाश, डा. अखिलेश कुमार मिश्रा, कुमार प्रशांत, योगेश कुमार, अमर नाथ उपाध्याय, कुणाल सिल्कू, ऋषिरेंद्र कुमार, शिव सहाय अवस्थी, अवधेश कुमार तिवारी, उदय भानु त्रिपाठी, रवीश गुप्ता, अमित सिंह बंसल, सी इंदुमती, संजीव सिंह, अभिषेक सिंह, शेषमणि पांडेय और मेघा स्वरूप को प्रेक्षक बनाने के लिए नाम भेजा गया है।

सिक्किम की बाढ़ में बहे सेना के 6 जवानों के मिले शव, 16 अभी भी लापता; सर्च ऑपरेशन जारी

सूर्योदय भास्कर: सिक्किम के ल्होन्क झील के पास बादल फटने से मौतों की संख्या बढ़कर 19 हो गई है, इनमें छह सैनिक भी शामिल हैं। इनके शव पश्चिम बंगाल में बरामद किए गए हैं। 16 सैनिक सहित 100 से अधिक लोग अभी भी लापता हैं। उन्हें ढूंढने के लिए तलाशी अभियान तेज हो गया है। अबतक 2500 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग ने गुरुवार को भी बुरी तरह प्रभावित सिंगतम इलाके का दौरा किया।

राहत कार्य के बीच सेना ने सिंगतम इलाके के पास बुरदंग से मलबे में दबे सेना के कई वाहनों को निकाला गया। सेना ने बताया कि लापता जवानों के परिवारों को घटना की जानकारी दे दी गई है। सिक्किम और उत्तरी बंगाल में तैनात जवान पूरी तरह से सुरक्षित हैं। नेटवर्क की दिक्कत के कारण वे अपने परिवार से संपर्क नहीं कर पा रहे हैं। लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने और लापता लोगों की तलाश के लिए वायुसेना ने मोर्चा संभाल लिया है। वायुसेना ने बताया कि लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए एमाई हेलीकॉप्टरों का इस्तेमाल किया जा रहा है। आपदा प्रबंधन विभाग के अनुसार तीस्ता नदी का जलस्तर लगातार बारिश के कारण बढ़ रहा है। ऐसे में खतरा बरकरार है।

निचले इलाकों में जवानों की तलाश
अधिकारियों ने जानकारी दी कि सेना के जवानों की तलाश जारी है। अनुमान लगाया जा रहा है कि बाढ़ के तेज बहाव में सेना के सभी जवान निचले इलाकों में बह गए हों। इसे ध्यान में रखकर निचले इलाकों में सेना, पुलिस और आपदा प्रबंधन विभाग की टीमें तलाशी अभियान में जुटी हैं। रक्षा प्रवक्ता ले. कर्नल महेंद्र रावत ने बताया कि बीआरओ की मदद से राहत और बचाव कार्य जारी है। पीड़ितों की मदद के लिए 18 राहत कैंप चलाए जा रहे हैं।

जल सैलाब से मची भारी तबाही
बाढ़ से मनगान जिले में 11 ब्रिज, नामची और गैंगटोक में एक-एक ब्रिज बह गया है। इसी तरह पानी की पाइपलाइन भी पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई है। प्रारंभिक जांच के अनुसार चार प्रभावित जिलों में 277 से अधिक घर पूरी तरह ताबह हो गए हैं। चुंगतांग गांव बाढ़ से 80 फीसदी तक प्रभावित हुआ है। यहां का लाइफलाइन कहा जाने वाला एनएच-10 भी बुरी तरह प्रभावित हुआ है। जिला अधिकारियों और पुलिस अधीक्षकों को स्थिति पर नजर रखने को कहा है।

एनएचपीसी के दो पॉवर प्रोजेक्ट प्रभावित
बादल फटने की घटना के बाद तीस्ता बेसिन से संचालित होने वाले एनएचपीसी के दो पॉवर प्रोजेक्ट प्रभावित हुए हैं। जानकारी के अनुसार 510 और 500 मेगावाट के दो प्लांट को सबसे अधिक नुकसान हुआ है। इसी तरह तीस्ता वी पॉवर स्टेशन को बंद कर दिया गया है। बाढ़ में ऊर्जा संयंत्रों को भारी नुकसान हुआ है। इस कारण कई इलाकों में विद्युत आपूर्ति भी बाधित है। संयंत्रों को कितना नुकसान हुआ है इसका आकलन किया जा रहा है।

स्थिति को लेकर हुई आपात बैठक
प्राकृतिक आपदा से तबाह हुए उत्तरी सिक्किम के हालात को लेकर मुख्यमंत्री ने अधिकारियों के साथ आपात बैठक की। इसमें पीड़ितों को हर संभव मदद दिलाने का निर्देश दिया गया। राहत और बचाव कार्य में जुटी टीमों को लोगों की सुरक्षा को प्राथमिकता देने को कहा गया है। उन्होंने बताया कि हालात को लेकर वो लगातार केंद्र सरकार के संपर्क में हैं। बुरी तरह से प्रभावित इलाकों में मदद के लिए मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी पत्र लिखा है।

पर्यटकों की मदद में त्रिशक्ति कॉर्प्स
सेना के त्रिशक्ति कॉर्प्स के जवान प्रभावित इलाकों में मोबाइल सेवा को दोबारा शुरू कराने की कोशिश में जुटे हैं। रिपोर्ट के अनुसार चुंगथांग, लाचुंग, लाचेन में सबसे ज्यादा पर्यटक फंसे हैं। इनकी मदद के लिए विशेष टीमों को तैनात किया गया है। राज्य का पर्यटन विभाग भी पर्यटकों के साथ लगातार संपर्क में हैं। सेना कठिन और दुर्गन रास्तों से होकर पीड़ितों तक मदद पहुंचाने के अभियान में जुटी है।

यात्रा करने की योजना बना रहे पर्यटक बचें
सिक्किम सरकार ने पर्यटकों को राज्य का भ्रमण करने से परहेज करने को कहा है। सरकार ने कहा है कि जो लोग आने वाले दिनों में राज्य घूमने के लिए आने वाले थे वो इसे टाल दें। हालात सामान्य होने के बाद योजना बनाएं। सरकार ने बताया है कि बादल फटने की घटना के बाद राज्य के अलग-अलग क्षेत्रों में तीन हजार से अधिक पर्यटक जहां तहां फंस गए हैं। इसमें विदेशी पर्यटक भी शामिल हैं। मुख्यमंत्री के निर्देश पर पर्यटन मंत्रालय ने त्सोम्गो झील, बाबा मंदिर और नाथुला जाने पर रोक लगा दी है।

पत्थर फेंकने के विवाद में भिड़े दो पक्ष, जमकर हुई मारपीट और फायरिंग, दो लोगों के लगी गोली

सूर्योदय भास्कर ब्यूरो/आगरा। ट्रांस यमुना थाने के नगला रामबल का मामला का है आपको बता दें मंगलवार की सुबह-सुबह दो पक्षों में फायरिंग की घटना से हड़कंप मच गया। घर में पत्थर फेंकने की शिकायत लेकर गए लोगों पर आरोपियों ने तमंचे से फायर कर दिए, दो लोगों को गोली लगी है। आपको बता दें आगरा के ट्रांस यमुना थाने के नगला रामबल का मामला का है आपको बता दें मंगलवार की सुबह-सुबह दो पक्षों में फायरिंग की घटना वाद-विवाद से शुरू झगड़ा जल्द ही फायरिंग तक पहुंच गया।

सूचना पर कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंच गई। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, तीन लोग हिरासत में सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने बताया कि तीन लोगों को हिरासत में लिया गया है। एक घायल को लोटस और दूसरे को अमरनाथ होटल में भर्ती कराया गया है। परिजनों की तहरीर पर एफआईआर दर्ज की जाएगी। आपको बता दें मंगलवार सुबह करीब नौ बजे अनिल अपने साले संतोष को लेकर पुष्पेंद्र के घर पर शिकायत करने गए थे। इसको लेकर पुष्पेंद्र और उसके घर वाले आग बबूला हो गए। अनिल के साथ विवाद हो गया, विवाद में पुष्पेंद्र पक्ष की ओर से तमंचे से फायरिंग कर दी गई। इसमें अनिल के सिर में गोली लगी है। उसके साले संतोष को भी छर्रे लगे है। वहीं पास में खड़े एक पड़ोसी को भी चोट आई हैं।

मामला वीडियो बनाने से शुरू हुआ जानकारी में पता चला है अनिल के घर पर रोजाना कोई पत्थर फेंकता था। ऐसे में उन्हें पास में रहने वाले पुष्पेंद्र पर शक था। सोमवार को अनिल ने पुष्पेंद्र को पत्थर फेंकते हुए देख लिया। उसका वीडियो भी बना लिया। फायरिंग के बाद मोहल्ले में हड़कंप मच गया। आरोपी भाग निकले, अनिल की पत्नी का आरोप है कि पुष्पेंद्र, मुकेंद्र और राजवीर ने मारपीट और फायरिंग की, उसने बताया कि सभी लोग सालों से यहां रह रहे हैं। ये लोग मूल रूप से एटा के रहने वाले हैं। एसीपी राकेश कुमार सिंह ने बताया कि ट्रांस यमुना के नगला रामबल में सुमित नगर में अनिल अपने परिवार के साथ रहते हैं।

पहले दोनों पक्षों में मारपीट हुई और फिर पथराव शुरू हो गया। इसके बाद बात इतनी बढ़ गई कि गोलियां चलने लगीं। लोगों में भगदड़ मच गई। गोली चलने से दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। बड़ी संख्या में पुलिस के पहुंचने के बाद आरोपी तितर-बितर हुए। पुलिस ने घायलों को एस.एन. मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया है। घटना से क्षेत्र में दहशत का माहौल बना हुआ है। लाइसेंसी बंदूक से की गई फायरिंग, तीन आरोपी गिरफ्तार, बंदूक बरामद।

2 अक्टूबर का दिन बनकर रह गया प्रतियोगिता दिवस

कार्य करते हुए फोटो वीडियो बना कराई जा रही है अपनी पहचान, गांधी स्मारक को भूल गया शासन प्रशासन, गांधी स्मारक पर नहीं दिखा राष्ट्रीय ध्वज

सूर्योदय भास्कर संवाददाता/आगरा। 2 अक्टूबर महात्मा गांधी जयंती के उपलक्ष्य में सभी सरकारी गैर सरकारी विभागों ने एक घंटे का स्वच्छ भारत अभियान चलाया तो वहीं दुसरी तरफ जिस स्थान पर अपने ढाई सौ साथियों के साथ महात्मा गांधी 11 दिन रूके थे उस स्थान को ही शासन, प्रशासन एवं राजनीतिक दल भूल गए जी हां हम बात कर रहे है आगरा के एत्माद्दौला यमुना ब्रिज यमुना नदी के किनारे मौजूद गांधी स्मारक की। जहां पर राष्ट्र पिता महात्मा गांधी 21 सितंबर 1929 को अपने ढाई सौ साथियों के साथ इस स्थान पर 11 दिन बिताए थे इस हवेली में बने दो चबूतरों पर बैठकर गांधी जी ने वैष्णव जन तो तेने कहिए…गीत गाया था।

लेकिन 2 अक्टूबर के दिन प्रशासन ही इस स्थान को भूल गया। आगरा में राष्ट्र पिता महात्मा गांधी के प्रति शासन एवं प्रशासन तथा स्थानीय नेता एवं क्षेत्रीय पार्षद की अनदेखी और उदासीनता का डंस सहता गांधी स्मारक अपने विकास की उम्मीद में टकटकी लगाए हुआ है। जी हां एतमाद दौला ट्रांस यमुना क्षेत्र स्थित गांधी स्मारक जो श्रीगणेश जी लाल एण्ड संस की संपत्ति थी और सन 1955 में जिसे नगर निगम को दान दे दिया गया था तथा सन 1929 में 11 दिन अपने ढाई सौ साथियों के साथ यहां बापू आकर रुके थे इसके बाद इसको गांधी स्मारक घोषित किया गया। आज गांधी जयंती पर हमने यहां आकर यहां की देखभाल करने वाले जगदीश यादव से यहां की व्यवस्थाओं को देखकर बात की पहले तो वह इधर-उधर कतराते रहे अंत में उन्होंने दुखी होते हुए स्थानीय प्रशासन और वर्तमान सरकार पर आरोप लगाते हुए सारी व्यवस्थाएं बताई और बापू की मूर्ति जिसकी टांग टूटी हुई थी छाती में छेद था शरीर पर कोई कपड़ा नहीं था और उनके शरीर व चरखे का रंग जगह से खराब था एक स्टैंन्डी जिस पर बापू का चित्र था वह भी ऊपर से फटा था तथा देश का तिरंगा भी गायब था जगदीश यादव जो इस गांधी स्मारक की देखरेख करते हैं उनका कहना है कि अब 2024 में ही सफाई होगी। यही व्यवस्था निरंतर चली जा रही है उनके अनुसार स्थानीय शासन व प्रशासन को कई बार पत्र द्वारा अवगत कराया गया है लेकिन किसी की बाबू के प्रति कोई अपनी श्रद्धा नहीं है केवल सरकार देश की जनता को दिखाने भर के लिए बापू का गुणगान करती रही है।

अब आगरा की जनता को देखना होगा कि केवल टीवी पर गुड़गांन करना ही पर्याप्त है या बापू के प्रति सच्ची श्रद्धा रखकर उनकी धरोहर को संजोकर रखने की आवश्यकता है। जिस राष्ट्र पिता ने देश की आजादी में अपना सर्वस्व जीवन न्योछावर कर दिया और जिसे देश में राष्ट्रपिता की उपाधि से नवाजा गया और जिसका चित्र देश की मुद्रा पर अंकित किया गया। उस महान विभूति का यह घोर अपमान नगर निगम आगरा द्वारा वर्षों से दान में प्राप्त भूमि का बापू के प्रति श्रद्धा भाव न रखने का प्रतीक है साथ ही प्रदेश व केंद्र सरकार भी इस अपमान में बराबर के सहयोगी हैं।

यह शब्द इसलिए प्रयोग करने के लिए विवश हुए हैं कि 2 अक्टूबर के दिन जब संपूर्ण भारतवर्ष में गांधी जयंती हर्ष एवं उल्लास से राष्ट्रीय पर्व के रूप में मना रहे हैं वहीं दूसरी तरफ आगरा के गांधी स्मारक की दुर्दशा आगरा नगर निगम व स्थानीय प्रशासन व नेतागणो की कार्यशैली पर प्रश्न चिन्ह लगाती है जिस व्यक्ति को भारत के राष्ट्रपिता की उपाधि दी गई उस के स्मारक का रखरखाव करना तो दूर उस पर देश का तिरंगा भी लगाना नगर निगम व स्थानीय प्रशासन में उचित नहीं समझा।

अपार्टमेंट में मिला हरियाणा की शराब का जखीरा, टिफिन सर्विस की आड़ में चल रहा था अवैध कारोबार

सूर्योदय भास्कर ब्यूरो/आगरा। आबकारी विभाग और पुलिस ने संयुक्त रूप से फ्लैट पर मारा छापा, यहां पर बड़ी संख्या में हरियाणा की महंगी शराब बरामद हुई है। एक फ्लैट में टिफिन सर्विस की आड़ में शराब की तस्करी चल रही थी। आपको बता दें जिस फ्लैट में छापा पड़ा उस घर से टिफिन सर्विस भी की जाती थी। बताया गया है कि टिफिन सर्विस की आड़ में शराब की बोतलों की ऑन डिमांड सप्लाई की जाती थी। छापे में करीब 300 बोतलें मिली हैं। जिस फ्लैट में शराब की बोतलें मिली हैं।

मामला थाना कमला नगर में प्रेम रतन अपार्टमेंट में हरियाणा से लाई गई शराब की तस्करी हो रही थी। मंगलवार शाम को पुलिस और आबकारी विभाग की टीम ने छापा मारा। जानकारी के अनुसार फ्लैट वंश नाम के युवक का बताया गया है। फ्लैट में टिफिन सर्विस भी की जाती थी। चेकिंग के दौरान घर में बने पलंग और दीवान से हरियाणा राजस्थान मार्का की विदेशी अवैध शराब बरामद हुई। सभी बोतलें महंगे ब्रांड की थी।

जानकारी के आधार पर पता चला तीसरे माले पर किराए पर रहने वाला व्यक्ति कर रहा था अवैध शराब की बिक्री, आबकारी पुलिस और क्षेत्रीय थाना पुलिस कार्रवाई में जुटी, परिवार सहित शराब माफिया को पुलिस ने लिया हिरासत में थाना कमला नगर क्षेत्र का मामला। इस संबंध में थाना कमला नगर में मुकदमा दर्ज किया जा रहा है।

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