सूर्योदय भास्कर। यूपी के देवरिया में छह लोगों की हत्या को लेकर कांग्रेस ने योगी सरकार पर बड़ा हमला बोला है। यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने मंगलवार को प्रदेश की कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए यहां तक कह दिया कि सूबे में जंगलराज कायम हो गया है। अजय राय ने कौशांबी में तीन दलितों की हत्या, सुल्तानपुर में हत्या से लेकर देवरिया में हुई हत्या पर योगी सरकार को घेरा और सीएम योगी से इस्तीफे की मांग कर डाली। अजय राय ने पार्टी राज्य मुख्यालय पर संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि कानून-व्यवस्था संभाल पाने में असफल प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को नैतिकता के आधार पर तत्काल इस्तीफा देना चाहिए।
राय ने कहा कि जनता योगी सरकार और उनके प्रशासन से त्रस्त हो चुकी है और आने वाले लोकसभा चुनाव में जनता इसका जवाब देगी। उन्होंने देवरिया में एक ही परिवार के पांच सदस्यों सहित छह लोगों की हत्या, कानपुर में चिकित्सा उपकरणों के व्यापारी को भाजपा पार्षद के पति द्वारा पीट-पीटकर मरणासन्न किये जाने, कौशांबी में तीन दलितों की हत्या और सुल्तानपुर में एक चिकित्सक की हत्या की निंदा करते हुए इसके लिये प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार की नाकामी को जिम्मेदार ठहराया।
अजय राय ने कहा कि डिप्टी सीएम केशव मौर्या के बेटे द्वारा जमीन कब्जे के मामले में कोई कार्रवाई नहीं हुई। लखीमपुर में किसानों की हत्या करने वाला केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा का बेटा भी आज खुले में घूम रहा है। राय ने आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा अपराधियों की पनाहगाह बन गई है। सबसे ज्यादा अपराधी एवं बलात्कार के आरोपी इसी पार्टी में हैं। उन्हें सरकारी संरक्षण प्राप्त है। ऐसा कोई दिन नहीं होता जब हत्या की घटनाएं ना हो रही हों और उनमें भाजपा नेताओं पर आरोप न लग रहे हों।
उन्होंने कहा कि देवरिया में सामूहिक हत्याकांड की घटना ने पूरे देश को झकझोर दिया है। इस घटना में छह लोगों की हत्या कर दी गई और बगल के जनपद गोरखपुर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भाषण देते रहे। आखिर मुख्यमंत्री को इन गोलियों की आवाज और पीड़ित परिवारों की चीख-पुकार क्यों नहीं सुनाई देती है?
राय ने कहा कि आंकड़ों के अनुसार प्रदेश में दलितों के खिलाफ रोजाना अपराध की औसतन 34 घटनाएं हो रही हैं। महिलाओं के खिलाफ औसतन 135 अपराध रोज हो रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ का झूठा नारा लगाने वाली भाजपा सरकार ने महिला सुरक्षा फंड का 79 प्रतिशत पैसा महिलाओं के हित में न खर्च करके सिर्फ झूठे प्रचार में बर्बाद कर दिया।