सूर्योदय भास्कर संवाददाता/आगरा। आपको बता दें कि दयालबाग क्षेत्र में राधा स्वामी सत्संग सभा पर सरकारी और ग्रामीणों की जमीन पर कब्जा करने के आरोप लगे हैं, इस मामले में डीएम भानु चंद्र गोस्वामी ने जांच कराई। जांच के बाद थाना न्यू आगरा में राधा स्वामी सत्संग सभा के अध्यक्ष गुरु प्रसाद, उपाध्यक्ष प्रेम प्रकाश श्रीवास्तव और अनूप श्रीवास्तव पर मुकदमा दर्ज किया गया। साथ ही सात दिन में जमीन से कब्जा हटाने का अल्टीमेटम दिया गया।

उत्तर प्रदेश आगरा के दयालबाग क्षेत्र में जगनपुर, खासपुर, नगला तल्फी सहित आधा दर्जन गांव के आम रास्तों पर लगे गेट, दीवार व कंटीले तार राधास्वामी सत्संग सभा ने नहीं हटाए। प्रशासन ने इन्हें 7 दिन का अल्टीमेटम दिया था, जिसमें 4 दिन गुजर चुके हैं। जानकारी के अनुसार राधा स्वामी सत्संग सभा द्वारा अगस्त में दयालबाग के पोइया घाट पर डूब क्षेत्र में निर्माण शुरू कर दिया था, कटीले तार लगा दिए थे। प्रशासन ने काम रोकने के निर्देश दिए, इसके बाद ग्रामीणों ने मोर्चा खोल दिया।

इस तरह मामला बढ़ता चला गया।राधास्वामी सत्संग सभा पर अत्याचार के आरोप लगाते हुए 10 गांव के ग्रामीणों ने महापंचायत का एलान किया है। ग्रामीण इसके लिए गांव-गांव जनसंपर्क कर रहे हैं। महापंचायत के बाद एक प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलने भी जाएगा। ग्रामीणों के मुताबिक, 4 दिन बाद भी प्रशासन की नोटिस का कोई असर नहीं दिख रहा। सत्संग सभा को गेट हटाकर साक्ष्य तहसीलदार कोर्ट में प्रस्तुत करने थे। तहसीलदार रजनीश वाजपेयी का कहना है कि सरकारी भूमि पर हुए कब्जों को प्रशासन ध्वस्त करेगा। हर्जे-खर्चे की वसूली सत्संग सभा से होगी।

शनिवार को तहसील स्तरीय एंटी भूमाफिया टास्क फोर्स ने अध्यक्ष व दोनों उपाध्यक्षों को भूमाफिया के रूप में चिह्नित किया। 14 सितंबर को तहसील प्रशासन ने सत्संगियों को नोटिस थमाते हुए 7 दिन में आम रास्तों पर लगाए तार, गेट व दीवार हटाने का अल्टीमेटम दिया। भूमाफिया के रूप में चिह्नित होने के बाद राधास्वामी सत्संग सभा के अध्यक्ष गुरु प्रसाद सूद, उपाध्यक्ष प्रेम प्रकाश व अनूप श्रीवास्तव पर अगली कार्रवाई गैंगस्टर की भी हो सकती है।

ग्रामीणों ने चेयरमैन व नगर पंचायत अधिशासी अधिकारी के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की। साथ ही दयालबाग व स्वामीबाग नगर पंचायत का दर्जा खत्म करने की मांग भी ग्रामीणों ने डीएम से की है। ग्रामीणों का आरोप है कि एफआईआर, भूमाफिया के रूप में चिह्नित के बाद भी हालात में कुछ बदलाव नहीं हुआ है। वहीं किसान नेता सौरभ चौधरी ने सीएम योगी को खून से पत्र लिखकर इस अतिक्रमण पर बुलडोजर चलाने की मांग की है। साथ ही चेतावनी ये भी दी कि यदि शासन प्रशासन ठोस कार्रवाई नहीं करता है, तो लखनऊ जाकर विधानसभा के सामने आमरण अनशन पर बैठेंगे।

जगनपुर व खासपुर के ग्रामीणों ने डीएम भानु चंद्र गोस्वामी से शिकायत दर्ज कराई है। शिकायत में कहा है कि आम रास्तों व सरकारी भूमि पर कब्जे में चेयरमैन की भूमिका भी संदिग्ध है। डीएम की अध्यक्षता में गठित टास्क फोर्स इससे पहले तीनों पदाधिकारियों को भूमाफिया घोषित करने का निर्णय लेगी। उसके बाद दर्ज केसों को आधार बनाते हुए पुलिस गैंगस्टर की कार्रवाई कर सकती है। ग्रामीणों ने चेयरमैन व नगर पंचायत अधिशासी अधिकारी के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की। साथ ही दयालबाग व स्वामीबाग नगर पंचायत का दर्जा खत्म करने की मांग भी ग्रामीणों ने डीएम से की है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here