सूर्योदय भास्कर संवाददाता विशाल गोस्वामी/आगरा। आज कलेक्ट्रेट सभागार में आगरा जिलाधिकारी भानु चंद्र गोस्वामी ने आगरा डेवलपमेंट पर कार्य कर रहे संबंधित विभागों और उनसे जुड़े अधिकारियों के साथ एक समीक्षा बैठक की जिसका मुख्य उद्देश्य था कि आगरा में जहां-जहां डेवलपमेंट के कार्य चल रहे हैं, उनको सही और सुचारू रूप से जल्द से जल्द पूरा किया जाए। इसके साथ-साथ नगर निगम को सख्त और कड़े निर्देश दिए गए की जो भी विकास कार्य नगर निगम के अंतर्गत आते हैं, उनको सही वक्त पर सही ढंग से जोर दिया जाए चाहे वह शहर की सफाई का मुद्दा हो या फिर जमुना के पास बने हुए घाटों का मामला हो।
जहां बाढ़ आने के बाद अभी तक नगर निगम ने सफाई के नाम पर सिर्फ खाना पूर्ति पुरी की है और इसके साथ-साथ रोड निर्माण में गतिविधियां को ऊंचाई देने के लिए खासम खास मशक्कत की जाए चाहे वह डिवाइडर की ऊंचाई रंग ट्रैफिक मैनेजमेंट हो, ड्रेनेज फुटपाथ का मामला हो लाइटिंग ग्रीन कवर हर प्रकार व्यवस्थाएं जो की आगरा विकास डेवलपमेंट से जुड़ी है, उन पर कार्य किया जाए।
बाढ़ के बाद यमुना किनारे बने घाटों की बदहाल स्थिति को देखकर आगरा जिलाधिकारी ने दिखाई नाराजगी
अभी कुछ वक्त पूर्व आगरा में यमुना का जलस्तर बढ़ जाने के बाद त्राही माम त्राही माम मची हुई थी। आगरा का जमुना का जलस्तर खतरे के निशान से कहीं ऊपर चल रहा था। आलम यह था कि यमुना का पानी रोड तक भी आने लग गया था। जिसकी वजह वजह से यमुना किनारे बने जितनी भी घाट हैं। बाढ़ के आने के बाद सब डूब गए थे। वक्त रहते हुए यमुना का जलस्तर तो धीमे-धीमे कम होता चला गया पर यमुना किनारे बने घाटों पर बाढ़ का असर कम होने के बाद गंदगी का अंबार लग गया। जिसके बाद नगर निगम को यह भी सूद नहीं आई की इन घाटों की सफाई कराई जाए। आगरा के नव नियुक्त जिलाधिकारी भानु चंद्र गोस्वामी ने जब जमुना किनारे बने घाटों का निरीक्षण किया, तो अपनी नाराजगी व्यक्त की और जल्द से जल्द घाटों को साफ करने के सख्त निर्देश पारित किये और इसके साथ-साथ हाथीघाट के पक्के निर्माण तथा सौंदरीकरण हेतु वक्त रहते हुए कम ना हो जाने पर नगर निगम के अधिकारियों को फटकार लगाई।
50 अत्याधुनिक टॉयलेट के लिए जमीन चिन्हित करें नगर विकास विभाग डीएम के निर्देश
आगरा जिलाधिकारी भानु चंद्र गोस्वामी ने आगरा की नगर विकास विभाग को कलेक्ट्रेट में सभा के दौरान निर्देश पारित किया कि आगरा में 50 अत्याधुनिक सेवाओं के साथ टॉयलेट के लिए जमीन निर्धारित की जाए। जिससे की जनता की सहूलित को देखते हुए 50 टॉयलेट की उत्तम व्यवस्था सही वक्त पर पूरी की जाए। इसका खासम खास रखे नगर निगम और नगर विकास विभाग डीएमके सख्त निर्देश।