सूर्योदय भास्कर ब्यूरो/आगरा। आज फिर एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है। आपने कई बार अक्सर देखा होगा कि लोग मोबाइल में बिजी रहते हैं महिला हो या जेंट्स जवान हो या वृद्ध छोटा हो या बड़ा। यहां तक की 5 साल के बच्चे तक इस मोबाइल में इस कदर खो जाते हैं कि उन्हें अपना खुद का ध्यान नहीं रहता और अलग-अलग कई प्रकार की चीज सर्च करते हैं। सीखने के लिए लेकिन आज बड़ा ही खतरनाक रूह कांपने वाला मामला सामने निकल कर आया है। जो शायद सुनने में ही डर लगता है कि आखिर एक व्यक्ति ने गूगल से सीख लिया आपको बताते चलें की गाड़ी में एक युवक की बॉडी मिली थी इसका खुलासा करते हुए अधिकारियों ने बताया।

मृतक के परिवारीजन व मित्रगण से पूछताछ की गई तथा मृतक के पास से बरामद मोबाइल का विश्लेषण करने पर आत्महत्या की जानकारी करने हेतु की गई सर्च हिस्ट्री गला काटे जाने पर कितना दर्द होगा” से प्राप्त जानकारी के आधार पर मृतक द्वारा स्वयं गला काट कर आत्महत्या करना पाया गया है। एत्मादपुर पर चावल व्यापारी का कार में गला कटा शव मिलने का मामला पुलिस ने सुलझा दिया है। पुलिस ने बताया कि व्यापारी ने आत्महत्या की थी। वो अपनी बीमारी के चलते अपने दर्द से परेशान था। सुसाइड से एक घंटा पहले ही उसने चाकू खरीदा था। इतना ही नहीं उसने गूगल पर सर्च किया था कि गला काटने पर कितना दर्द होता है।

पुलिस ने व्यापारी के चाकू खरीदने का सीसीटीवी और उसकी मोबाइल की सर्च हिस्ट्री से केस का खुलासा किया। आपको बता दें कि 12 सितंबर की रात करीब साढे़ आठ बजे एत्मादपुर हाईवे पर सफेद रंग की क्रेटा कार में बल्केश्वर निवासी चावल व्यापारी मनु अग्रवाल का शव मिला था। मनु के गर्दन पर चाकू के कट का निशाना था। उनके एक साथ में खून से सना चाकू था। पुलिस इस हत्या और आत्महत्या दोनों एंगल से जांच कर रही थी। डीसीपी वेस्ट सोनम कुमार ने बताया कि घरवालों ने बताया था कि मनु अग्रवाल लंबे समय से अवसाद में थे। उन्हें बीमारी थी, जिसका इलाज चल रहा था। ऐसे में आत्महत्या की संभावना ज्यादा लग रही थी। पुलिस ने उनके दुकान से लेकर घटना स्थल तक के करीब 200 सीसीटीवी चेक किए।

इसमें उन्हें कमला नगर के चांदनी चौक पर एक बर्तन की दुकान पर सीसीटीवी मिला। सीसीटीवी में दिख रहा है कि मनु ने रात साढे सात बजे दुकान से चाकू खरीदा। पुलिस ने दुकान संचालक से भी पूछताछ की। सीसीटीवी से पता चला कि वो कार में अकेले ही था। वो चाकू लेकर कार से एत्मादपुर पहुंचे। वहां पर उसने चाकू से अपना गला काट लिया। एक साल में 25 किलो वजन कम हुआ था परिजनों ने पुलिस को बताया था कि करीब एक साल से मनु को बीमारी के बारे में पता चला था। तब से वो अवसाद में था। उस समय उसका वजन करीब 80 किला था, लेकिन टेंशन के चलते एक साल में उसका वजन घटकर 55 किलो तक आ गया था। गूगल पर देखा गला काटने में कितना दर्द होता है डीसीपी ने बताया कि मनु अग्रवाल के मोबाइल की सर्च हिस्ट्री को खंगाला गया। इसमें पता चला कि मनु ने सुसाइड से पहले गूगल पर सर्च किया था कि गला काटने पर कितना दर्द होता है। पूरा सर्च और जानने के बाद ही उसने गला काटा।

डीसीपी ने बताया कि मनु को एक बीमारी थी। इस बीमारी में उसके बहुत ही असहनीय दर्द होता था। उसकी दवाई भी चल रही थी। वो अक्सर अपने दोस्तों और घरवालों से कहता था कि उसे दर्द से मुक्ति चाहिए। घर वाले भी उसको लेकर परेशान रहते थे। वो अक्सर दर्द से मुक्ति पाने के लिए कहता था।

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