सूर्योदय भास्कर संवाददाता/आगरा। राजकीय बाल ग्रह में दो दिन पूर्व एक वीडियो सोशल मीडिया पर वाइरल हुआ। जिसमे बाल ग्रह संचालिका बच्चो पर अपनी कूर्रता करती दिखाई दे रही थी। मीडिया में जब ये खबर दौड़ी तो इस दौड़ने की रेस में आगरा डीएम भी पीछे नहीं रहे यानी की वीडियो को देखकर तुरंत संज्ञान लिया गया और बाल ग्रह अध्यक्षता को तुरंत उनके पद से निष्कारित करते हुए जांच के आदेश दे दिए गए।
आगरा कमिश्नर ने भी इस मामले की निंदा करते हुए मामले को सही और स्पष्ट तरीके से जांच के आदेश दिए यानी की आगरा कमिश्नर रितु माहेश्वरी ने सख़्ती दिखाते हुए कहा की मामले की सही जांच कराई जाएगी।
पूनम पाल की गिरफ्तारी के बाद हुई जमानत
आगरा डीएम और कमिश्नर के द्वारा मामले में सख़्ती दिखाते हुए बाल ग्रह संचालिका को गिरफ्तार कर लिया गया था। जहाँ आज उनको जमानत भी मिल गई। मीडिया के तमाम कैमराे के पडती हुई पेनी नज़र के सामने और मीडिया के द्वारा किए गए उत्तर का जबाब देने में कतराती हुई दिखाई दी पूनम पाल के चेहरे पर परेशानी साफ तोर पर झलक रही थी की कही ना कही अध्यक्षीका के द्वारा कुछ तो गलत हुआ जिसके तहत वो जबाब देने में नज़रे चुराती दिखाई दी। अब देखने वाली बात ये होंगी की जो विडियो में साफतोर दिखाई दे रहा है। जहाँ महिला छोटे छोटे अनाथ बच्चों पर अपना हिटलर रूप धारण कर बच्चों को मारती दिखाई दे रहीं वो कितना सच साबित होगा ये आगे देखने वाली बात होगी।
घर के भेदी ने ही लंका ढहा दी वरना सच्चाई सामने नहीं आती
बाल ग्रह मे कार्यरत संविदा कर्मचारी महिला और आया ने बाल ग्रह अध्यक्षीका के कथित रूप के बारेे में आगरा डीएम के आगे जानकारी दी और संचालिका की बच्चों के प्रति हो रही बर्बरता का काला चिट्टा खोला। तब जाकर सच्चाई सामने आई, वरना मासूम लगातार इस दुर्दशा के शिकार होते रहते। अगर बाल ग्रह का लगातार दौरा होता रहे तो काश बच्चों के प्रति हो रही ये कटुरता को रोका जा सकता है।
बाल ग्रह का ये खौफनाक विडियो जिसमें बच्चों पर जो अत्याचार होता देखा जा रहा है। अगर विडियो वायरल नहीं होता तो शायद सच्चाई का ये गंदा चेहरा सामने नहीं आता। छोटे छोटे बच्चो को बाँधकर पिटा जा रहा है। जिस बाल ग्रह में उनकी सही शिक्षा दीक्षा पर ध्यान देना चाहिए था। जहाँ उनको लाडदुलार देना था वहां उन पर मारपिट की जा रही है। बाल ग्रह का दौरा करने वाले अधिकारी जो की बाल ग्रह में किया सही चल रहा है किया गलत चल रहा है। अगर इस पर अगर ध्यान दे यानी लगातार बाल ग्रह का औपचारिक निरिक्षण किया जाए तो इस प्रकार की घटनाएं कभी सामने ना आये और बच्चे पूनम पाल जैसी कुरुर महिलाओं के कहर से बच जाए।