सूर्योदय भास्कर ब्यूरो/आगरा। श्रीकृष्ण का गोकुल गमन-वसुदेव ने श्रीकृष्ण को एक टोकरी में रखा और जैसे ही उन्हें उठाया उनके शरीर की बेड़ियां टूट गई। बड़े बड़े लोहे के किवाड़ खुल अपने आप खुल गए। फिर जहां जहां से वसुदेव जी निकलते जाते वहां अपने आप द्वार खुलते जाते। सैनिक और पहरेदार गहरी। नींद में सो जाते हैं, वसुदेव जी ने यमुना के तट पर पहुंचकर देखा कि यमुना की लहरे उफान पर हैं। वसुदेव को भय उत्पन्न हुआ। लेकिन उन्होंने भगवान का स्मरण किया और यमुना में प्रवेश कर गए। तभी घनघोर वर्षा होने लगी। वसुदेव जी और टोकरी में रखे श्रीकृष्ण को भीगते देख शेषनाग ने अपने फनो की फैला कर उनके निकट आए और अपने फनों से जल को रोकते हुए भगवान के पीछे पीछे चलने लगे।

राष्ट्रीय शांति सदभावना मिशन के बेनर तले आयोजित 25 वें तीन दिवसीय भगवान श्री कृष्ण के जन्मोत्सव का शुभारम्भ बुधवार को बल्केश्वर स्थित राधा नगर में कन्हैया के बाल स्वरूप व वासुदेव की आरती उतारकर मुख्य अतिथि डॉ. सुशील गुप्ता, डॉ. गिरधर शर्मा ने भगवान श्रीकृष्ण के बाल स्वरूपों की आरती उतारकर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।

कार्यक्रम के दौरान यमुना पार कर भगवान कृष्ण के बाल स्वरूप को नंद गांव पहुंचाते वासुदेव, माखन चोरी, ग्वाल वालों के साथ कृष्ण गेंद खेलते हुए, राधा कृष्ण नौका बिहार आदि भव्य व आलोकिक झांकियों का संजीव चित्रण किया गया, गुरुवार को मंदिर में सजावट कान्हा का हंडोला सजाया जाएगा।

शुक्रवार को 4:30 बजे महिलाओं द्वारा नंद उत्सव बड़े धूमधाम के साथ होगा, कार्यक्रम में मुख्य रूप से पूर्व पार्षद विमल गुप्ता, पार्षद पूजा बंसल व पार्षद पति गिर्राज बंसल, नरेंद्र तनेजा, कपूर चंद्र रावत, मंजीत सिंह, विनोद गुप्ता डॉ. राजेंद्र अग्रवाल, आयुष मंगल, द्वारिकानाथ गुंबर, मोनू सिसोदिया, अन्य लोग उपस्थित रहे।

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