सूर्योदय भास्कर ब्यूरो/आगरा। आज मंडलायुक्त रितु माहेश्वरी ने बताया कि, मुख्यमंत्री उ0 प्र0 सरकार के प्राथमिकता बिन्दुओं में सम्मिलित निराश्रित गोवंश आश्रय स्थलों में संरक्षित गौवंश के समुचित रख-रखाव एवं भरण-पोषण सम्बंधी व्यवस्थाओं को परखने के लिये मण्डल के 38 मण्डलस्तरीय अधिकारियों से मण्डल के 155 गौ आश्रय स्थलों का निरीक्षण / सत्यापन कराया गया, अधिकारियों द्वारा गौशालाओं की निरीक्षण आख्या में मौके पर कतिपय गौशालाओं में कमियां यथा जलभराव के कारण गौशालाओं में कीचड़, हरे चारे हेतु गौचर भूमि गो आश्रय स्थल से लिंक की गई है परन्तु उस पर हरे चारे का रोपण नहीं किया गया है, जल निकासी की उचित व्यवस्था नही है, नन्दी व गाय को अलग-अलग रखने की व्यवस्था नही है, कुछ आश्रय स्थलों में विद्युत संयोजन नही है, कुछ स्थलों में भूसा निम्न श्रेणी का पाया गया, कुछ स्थलों पर पर्याप्त शेड नही है, कुछ शेडों में मरम्मत की आवश्यता है, गौवंश में शत-प्रतिशत टैगिंग नही की गयी है आदि का उल्लेख किया गया।
मण्डल स्तरीय अधिकारियों द्वारा जनपद आगरा के 10 गो आश्रय स्थलों, जनपद के 06 गौ आश्रय स्थलों, जनपद फिरोजाबाद के 06 गौ आश्रय स्थल एव जनपद मैनपुरी के मथुरा 06 गौ आश्रय स्थल, इस प्रकार मण्डल के कुल 28 गौ आश्रय स्थलों में कमियाँ पायी गयी हैं। इसके लिये दोषी अधिकारी / कर्मचारियों एवं गो आश्रय स्थलों के संचालक / केयर टेकर के विरूद्ध दण्डात्मक कार्यवाही व सम्बंधित पर्यवेक्षणीय अधिकारियों के विरूद्ध कठोर कार्यवाही किये जाने के निर्देश समस्त जिलाधिकारी एवं मुख्य विकास अधिकारियों को निर्गत किये जाने के साथ ही साथ यह भी निर्देशित किया गया कि पायी गयी कमियों को दुरस्त कराते हुए 12 सितम्बर 2023 तक रिपोर्ट प्रस्तुत की जाये। आगामी माह में कराये जाने वाले सत्यापन में कमियां पुनः पाये जाने पर अनुशासनात्मक कार्यवाही अमल में लायी जायेगी।
मण्डलीय समीक्षा बैठक 01 सितम्बर 2023 में भी जिलाधिकारी / मुख्य विकास अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि निराश्रित गौवंश जो अभी भी सड़को / खेतों पर घूम रहे है उन्हे पकड़वाकर गौ आश्रय स्थलों में संरक्षित कराया जाये ऐसे पशुपालक जो अपने गौवंश को दूध दुहकर छोड़ देते है उन्हें पकड़वाकर उनसे जुर्माना वसूला जाये साथ ही निराश्रित गौवंश को अभियान चलाकर सम्बंधित गौ आश्रय स्थलों में संरक्षित कराते हुए भूसा, हरा चारा / दाना- चोकर पेयजल एवं आश्रय स्थल पर जल निकासी, प्रकाश व्यवस्था साफ-सफाई, गौवंश की शत प्रतिशत टैगिंग एवं चिकित्सा की समुचित व्यवस्था आदि करायी जाये। समस्त मुख्य पशु चिकित्साधिकारियों को चेतावनी जारी करते हुए जनपद फिरोजाबाद के मुख्य पशु चिकित्साधिकारी द्वारा अस्थायी गौ आश्रय स्थलों में संरक्षित गौवंश के भरण पोषण हेतु धनराशि उपलब्ध कराये जाने में लापरवाही बरतने पर उनके विरूद्ध विभागीय कार्यवाही किये जाने के निर्देश सम्बंधित मुख्य विकास अधिकारी को दिये गये।
उक्त के अतिरिक्त बैठक में यह भी निर्देश दिये गये कि मण्डल के जनपदों में संचालित गो आश्रय स्थलों में संरक्षित गौवंश के भरण-पोषण की धनराशि निर्धारित प्रक्रियानुसार सभी स्तरों से पूर्ण कराते हुए समय से डी०बी०टी० के माध्यम से भुगतान कराना सुनिश्चित करें, किसी भी स्थिति में भरण पोषण की धनराशि उपलब्ध कराये जाने में अनावश्यक विलम्ब होने पर सम्बधिंत के विरूद्ध कठोर कार्यवाही अमल में लायी जायेगी।