सूर्योदय भास्कर संवाददाता/आगरा। यह सभी लोग जानते हैं कि आजकल फिल्टर पानी लगभग सभी की आवश्यकता बन चुका है। सर्दी गर्मी मौसम कोई भी हो हर मौसम में पानी चाहिए तो फिल्टर ही बच्चा हो बुजुर्ग हो जवां हो महिला हो आदमी हो कोई भी हो छोटे से लेकर बड़े तक इस पानी के बिना शायद नहीं रहते। इस पानी के अलावा कोई और पानी उन्हें पसंद ही नहीं आता। इसी का फायदा उठाकर फिल्टर पानी माफिया अपनी मनमर्जी चला रहे हैं। ऐसा ही कुछ यमुना पार क्षेत्र में बिना नाम से घर-घर में आरो प्लांट चल रहे हैं। अब सवाल यह उठता है कि आखिर एक आरो मशीन से 1 दिन में कितने लीटर पानी फिल्टर किया जा सकता है और कितने आरो प्लांट रजिस्टर्ड है और किस-किस पर पानी फिल्टर करने की परमिशन है। कितने लीटर पानी फिल्टर होता है उससे कहीं अधिक मात्रा में कॉलोनी एवं बाजार में सप्लाई करते हैं आरो प्लांट मलिक एक दुकानदार ने बताया की बोतलों में गंदगी आ रही है। पानी भी साफ नहीं है उसने अपनी फिल्टर पानी की बोतल को खाली कर दिखाया कि आखिर पानी की बोतल के ताले में कितनी गंदगी जमी हुई है। अब इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है की जब बोतल के ताले में इतनी गंदगी है तो फिल्टर पानी की टंकी में कितनी गंदगी होगी और कितने दिन में साफ सफाई करते होंगे। फिल्टर पानी के रेट भी अलग-अलग होते हैं ठंडी बोतल 12 से ₹20 तक की मिलती है और नॉर्मल 10 से 12 रुपए तक बाजार में दी जाती है। यह आप प्लांट चार खंबा वाली गली सीता नगर में बताया जाता है यह बड़ा घमंडी और अहंकार भरा इंसान भी बताया यह अपने आगे किसी को नहीं समझता दुकानदार में यह भी बताया कि वह किसी भी अधिकारी से डरता नहीं है न जाने क्यों अधिकारियों की नजर पर भी पर्दा पड़ा हुआ है। देख कर भी अंजान बने हुए हैं शायद नहीं मालूम किसी को के अगर कोई कार्रवाई नहीं की गई आप प्लांट मलिक पर और ऐसे ही प्रदूषित पानी पीते रहे तो कोई भी बड़ी बीमारी बन सकती है। इस फिल्टर पानी को सभी लोग पीते हैं चाहे वह प्राइवेट हो या सरकारी हर जगह यह पानी पिया जाता है। अब देखना होगा कि आखिर अधिकारियों की नजर आरो के प्लांट पर कब तक पड़ेगी और क्या कार्रवाई होगी यह तो आने वाला समय ही बताएगा या फिर किसी बड़ी बीमारी का होने का इंतजार है या फिर सब कुछ ऐसे ही चलता रहेगा।

