गंगा पुत्रों को ऊँचे स्थानों की तलाश, भयावाह स्थिति की ओर भागीरथी
बाढ़ की संभावना के चलते प्रशासन अलर्ट

सूर्योदय भास्कर। ननौरा बाँध से पानी छोड़े जाने के कारण गंगा उफना गयीं। जल प्रवाह बढ़ते ही बाढ़ जैसी स्थितियां देखी गईं। रातों रात गंगा तट पर स्थापित गंगापुत्रों के घाट बह गए। पहाड़ों पर हो रही बारिश के चलते बाँध में एकत्र हो रहे पानी का दबाव बढ़ने पर लगातार दूसरे दिन हजारों क्यूसेक पानी छोड़ दिया गया। जिससे गंगा का जल स्तर अचानक बढ़ गया। भयभीत करने वाली आवाज के साथ गंगा प्रवाहित हो चली और घाटों को बहा ले गईं।

बाढ़ की संभावना के चलते जहाँ गंगापार के लोग अलर्ट हो गए हैं, वहीं गंगापुत्र ऊँचे स्थानों पर अपना स्थान बनाने की मुहिम में लगे हुए हैं। अचानक बढ़े जलस्तर के चलते जिला प्रशासन भी अलर्ट हो गया। जिलाधिकारी ने बाढ़ से निपटने के लिए मातहतों को कड़े निर्देश दिए और बाढ़ चौकियों को सक्रिय करने की बात कही। प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार शीघ्र ही बाढ़ नियंत्रण कक्ष स्थापित किया जाएगा।

अरब सागर में आए तूफान के कारण पहाड़ो पर इस बार भारी बरसात हुई है जिसके चलते लगभग सभी बाँधों में पानी का दबाव बढ़ता जा रहा है। गत मंगलवार को 48 हजार क्यूसेक पानी गंगा नदी में छोड़ा गया था। बुधवार को 35 हजार 320 क्यूसेक पानी ननौरा बाँध से छोड़ा गया है। पांचालघाट तट से गंगा पार के घाटों की तरफ बहाव तेजी से हो रहा है। शाम तक जलस्तर और भी बढ़ने की संभावना बनी हुई है और नदी में उफान जारी है।
गंगा पुत्रों के घाटों पर रखा सामान बह गया और घाट जलमग्न हो गए। ऊँचे स्थानों पर शिफ्ट होने के लिए जुटे हुए हैं। भारी बरसात की संभावना के चलते जिला प्रशासन अलर्ट मोड में आ गया है। आनन फानन में अधिकारियों ने बाढ़ नियंत्रण की भूमिका तैयार करना शुरु कर दी है।

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