शालीन परिधान कवि मंच की बढ़ाते हैं प्रतिष्ठा, मंच पर 80 प्रतिशत कविता हो और 20 प्रतिशत सम्बोधन |
फर्रुखाबाद। वाचिक कविता के शिखर पुरुष प्रसिद्ध मंच संचालक राष्ट्रीय कवि डॉक्टर शिवओम अम्बर को मंच संचालन के क्षेत्र में नई शैली का प्रवर्तन करने के लिए उन्हें एक लाख रुपए के मनहर सम्मान से सम्मानित किया गया है।
बीते दिवस कवि सम्मेलन समिति (दिल्ली) के जोधपुर में आयोजित हुए वार्षिक अधिवेशन में इस बार पूरे देश में जिले का नाम रोशन करने वाले प्रसिद्ध मंच संचालक राष्ट्रीय कवि डॉ. शिव ओम अंबर को इस बार मंच संचालन के क्षेत्र में नई शैली का प्रवर्तन का करने के लिए एक लाख रुपए के मनहर सम्मान से सम्मानित किया गया। विशिष्ट मंच पर सर्वश्री सुरेंद्र शर्मा, अशोक चक्रधर, अरुण जैमिनी, रमेश मुस्कान, चिराग जैन, कुमार विश्वास और शैलेश लोढ़ा आदि ने विभिन्न उपहार देकर उनका अभिनंदन किया।
देश भर से आए हुए रचनाकारों से भरे सभागार में अंबर जी ने वक्तव्य देते हुए और अपनी कुछ कविताओं का पाठ करते हुए नई पीढ़ी को मंच पर सफलता के साथ साथ सार्थकता से भी जीने की दीक्षा दी। एक पारिवारिक आत्मीयतापूर्ण वातावरण में दो दिन चले इस अधिवेशन में कई सत्र हुए जिनके माध्यम से काव्य मंच को और सशक्त तथा हिंदी की सेवा का लोकग्रही माध्यम बनाने की विशद चर्चा हुई।
वहाँ से लौटने के बाद डॉ० अम्बर ने बताया कि वरिष्ठ कवियों ने विशेषकर कवियत्रियों से अपील की कि वे शालीन परिधानों में मंच की प्रतिष्ठा बढाएं संचालक और कवियत्री के बीच नोकझोंक का मंच पर कोई स्थान न हो। उन्होंने कहा कि मंच पर बढ़ती चुटकुलेबाजी कविता के लिए खतरनाक है। सम्मेलन में वरिष्ठ कवियों ने 80 प्रतिशत कविता और 20 प्रतिशत तक वार्तालाप करने का मंत्र युवाओं को दिया।