यूथ इंडिया। समाजवादी पार्टी ने भाजपा के खिलाफ आगामी लोकसभा चुनावों में मुकाबला करने के लिए अपनी रणनीति में बदलाव किया है, जो अब तक भाजपा की चुनावी यात्राओं में सफल रही है। समाजवादी पार्टी ने इस मार्गदर्शक प्रणाली के अंतर्गत उत्तर प्रदेश के सभी विधानसभा क्षेत्रों में बूथ-स्तरीय वोटर सूची प्रभारियों को महत्वपूर्ण कर्तव्य सौंपा है। इन वोटर सूची प्रभारियों का काम भाजपा के बूथ प्रमुखों की तरह होगा, जहां उन्हें पार्टी कार्यकर्ताओं के वोटों को बरकरार रखने के साथ-साथ प्रत्येक वोटर से मिलने का भी ध्यान रखना होगा। इसके अलावा, पिछले विधानसभा चुनावों में एक हजार वोटों से कम अंतर से हारने वाले 37 विधानसभा सीटों पर पूरी तरह ध्यान केंद्रित किया गया है, जहां जिम्मेदार प्रभारियों को तैनात किया गया है।


समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारियों की बैठक में निर्णय लिया गया है कि उत्तर प्रदेश के सभी बूथों पर वोटर लिस्ट प्रभारियों को चुनाव में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी जाएगी। इसके अंतर्गत, समाजवादी पार्टी ने इन वोटर लिस्ट प्रभारियों को बूथ के प्रत्येक मतदाता से मिलने की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी है। इसके अलावा, निर्धारित किया गया है कि इन वोटर लिस्ट प्रभारियों के नामों को वोटर लिस्ट से कटने से बचाया जाए। समाजवादी पार्टी के संबंधित नेताओं ने बताया है कि इस बैठक में जिला अध्यक्षों के माध्यम से सभी बूथों के वोटर लिस्ट प्रभारियों को यह संदेश दिया गया है कि वे प्रत्येक वोटर लिस्ट के पन्ने में दर्ज हर व्यक्ति के घर जाएं और उनसे संपर्क स्थापित करें।
समाजवादी पार्टी के संबंधित नेताओं के अनुसार, आने वाले एक महीने के भीतर सभी बूथों के वोटर लिस्ट प्रभारियों को जिला अध्यक्षों के माध्यम से प्रदेश कार्यालय तक रिपोर्ट पहुंचानी है। इस प्रक्रिया के दौरान, सभी सपाइयों को निर्देश दिया गया है कि वे अपनी रिपोर्ट में मिलने वालों के नाम और नंबर का खासा ध्यान रखें। साथ ही, पार्टी ने निर्देश दिया है कि प्रत्येक वोटर लिस्ट पेज पर दर्ज हर व्यक्ति के हर संघर्ष और सुख-दुख में पार्टी के कार्यकर्ता और वरिष्ठ पदाधिकारी शामिल हों। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता और पूर्व कैबिनेट मंत्री राजेंद्र चौधरी ने बताया है कि लोकसभा चुनाव से पहले पार्टी ने सभी तरह की तैयारियों के साथ सियासी मैदान में उतरने की योजना बना ली है। पार्टी के कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों को बैठकों और जन अभियान के माध्यम से जनता से संपर्क बनाए रखने के निर्देश दिए जा रहे हैं। अखिलेश यादव सहित सभी मुख्य नेता लगातार जनसंपर्क अभियान में जुटे हैं।


समाजवादी पार्टी की बूथ स्तर पर हो रही तैयारियों को लेकर सियासी गलियारों में बातचीत का माहौल बढ़ रहा है, जहां इसे कहीं ना कहीं भाजपा के पैटर्न पर आगे बढ़ाने के तरीके के रूप में देखा जा रहा है। राजनीतिक विश्लेषक हरिहर पांडे बताते हैं कि भाजपा ने अपने बूथ जीतो चुनाव की अवधारणा को और मजबूत करते हुए पन्ना प्रमुखों को जिम्मेदारियां दी हैं, जिससे उनके चुनावों में प्रभाव दिख रहा है। समाजवादी पार्टी भी इसी दिशा में आगे बढ़ने की योजना बना रही है और लोकसभा चुनावों के लिए तैयारी कर रही है। इसके तहत, पार्टी ने भाजपा के इस मुद्दे को छूने की कोशिश शुरू की है, जिससे पार्टी हिंदुत्व के बारे में भी बात करने लगी है। हरिहर पांडे बताते हैं कि समाजवादी पार्टी ने नैमिषारण्य में पूजा पाठ करके अपने बड़े कार्यक्रम की शुरुआत की है और उसके बाद काशी, मथुरा और अयोध्या की तैयारी के साथ आगे के आयोजनों को बढ़ावा दिया जा रहा है। यह दिखाता है कि समाजवादी पार्टी भाजपा के साथ मुकाबला करने के लिए उनके ही ‘पैटर्न’ पर आगे बढ़ने का प्रयास कर रही है। जितना इसका प्रभाव होगा, वह चुनाव के परिणामों में ही सामने आएगा।