यूथ इंडिया,एटा। मिरहची क्षेत्र के गांव जिन्हैरा में एक मकान की नींव खोदी जा रही थी, तभी अचानक एक तालाबंद तिजोरी मिट्टी से उभर आई। इस सूचना पर कई लोग उत्सुकता से आकर्षित हुए और तालाबंद के आसपास इकट्ठे हो गए। लोग जानने के लिए उत्सुक थे कि तिजोरी में क्या है। पुलिस ने तुरंत तिजोरी को कब्जे में ले लिया है।
यह घटना जिन्हैरा निवासी भूप्रकाश माहेश्वरी के मकान की नींव खोदने के दौरान हुई। शीघ्र ही यह खबर गांव में प्रसारित हो गई और ग्रामीण लोग उत्साहित होकर इकट्ठे हो गए। तिजोरी से कोई खजाना निकलने की संभावना थी, जिसे देखते हुए पुलिस अधिकारी और नायब तहसीलदार तत्परता से पहुंचे। साक्ष्यों के अनुसार, इस मकान के पूर्वज जमींदार थे, जिनके पास लगभग 150 बीघा जमीन थी। उन्होंने सरस्वती शिशु मंदिर के लिए 20 बीघा और राष्ट्रीय इंटर काॅलेज के लिए 80 बीघा जमीन दान कर दी थी। हालांकि, वर्तमान में परिवार के सदस्य आर्थिक मुसीबतों से जूझ रहे हैं।
हाल ही में उनका प्रधानमंत्री आवास योजना में चयन हुआ था और उनके मकान के निर्माण की प्रक्रिया शुरू हो गई थी। तालाबंद तिजोरी को खोलने के लिए अथक प्रयास किए गए लेकिन सफलता नहीं मिली। थाना प्रभारी सुभाष बाबू ने बताया कि उच्चाधिकारियों को इसकी जानकारी दी गई है और उनके निर्णय के बाद कार्रवाई की जाएगी।
मकान मालिक की मां के पास तिजोरी की चाबी मकान स्वामी भूप्रकाश की 80 वर्षीय मां कुसमा देवी को जानकारी है तिजोरी की, जिसकी चाबी उनके पास है। कुसमा देवी ने बताया कि तिजोरी में हमारे जेवरात और जमीन के कुछ कागजात रखे हुए थे। मकान के खंडहर होने के कारण, उन्होंने इसे जमीन से नहीं निकाला, क्योंकि उसे सुरक्षित रखने की व्यवस्था नहीं थी। |