नई दिल्ली। चक्रवाती तूफान बिपरजॉय के विपरीत दिशा में गुजरात के तटों पर खतरा बढ़ रहा है। आज शाम चार बजे से रात आठ बजे तक कच्छ और सौराष्ट्र क्षेत्रों में तूफ़ान टकराने की संभावना है। मौसम विभाग ने इस बात की चेतावनी दी है। कच्छ और सौराष्ट्र के लिए रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है। इस आपातकालीन स्थिति का सामना करने के लिए गुजरात और महाराष्ट्र में राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की 33 टीमें तैनात की गई हैं। सेना भी तत्पर है। तटवर्ती 8 जिलों में 74,345 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर बनाए गए आश्रय घरों में शिफ्ट कर दिया गया है। चक्रवात के बाद यातायात और बिजली आपूर्ति को सुधारने के लिए करीब छह सौ टीमें तैनात की गई हैं।

मौसम विभाग के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्रा ने बताया कि चक्रवात बिपरजॉय सौराष्ट्र और कच्छ की ओर बढ़ रहा है। यह जखाऊ से लगभग 180 किलोमीटर की दूरी पर है। हवाओं की गति 125-135 किलोमीटर प्रति घंटे के बीच है। उन्होंने कहा कि यह शाम तक तट पर पहुंच जाएगा। यह तेज़ और गंभीर चक्रवाती तूफान है। इसके कारण पेड़, छोटे घर, मिट्टी के घर और टिन के बंगलों को क्षति हो सकती है।

बंद किया गया द्वारिकाधीश मंदिर

गुजरात के द्वारका शहर में चक्रवात बिपरजॉय के आगमन का खौफ देखा जा सकता है। चक्रवात के कारण द्वारकाधीश मंदिर आज श्रद्धालुओं के लिए बंद किया गया है। इसके अलावा, गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने चक्रवात बिपरजॉय पर समीक्षा बैठक आयोजित की है।

मांडवी समुद्री तट पर ऊंची उठती लहरें

गुजरात में चक्रवात बिपरजॉय के प्रभाव से मांडवी समुद्र में ऊँची लहरें उठ रही हैं। साथ ही, अमृतसर के कुछ हिस्सों में भी तेज बारिश और ओलावृष्टि हो रही है।
अहमदाबाद सीमा सुरक्षा बल के आईजी रवि गांधी ने बताया कि बीएसएफ़ अंतरराष्ट्रीय सीमा पर तैनात हैं और आने वाले चक्रवात बिपरजॉय का प्रभाव सीमावर्ती क्षेत्रों में होगा। उन्होंने कहा कि सभी सैनिक चेतावनी पर हैं और आवश्यक तैयारियाँ की गई हैं। इस आपदा के सामरिक होने के लिए सभी प्रयास कर रहे हैं।

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