जल निगम व नगर पालिका द्वारा लगाए हैंडपम्पों का उतरने लगा पानी, विभाग कर रहा बरसात का इंतजार |
यूथ इण्डिया संवाददाता। भारी गर्मी के मौसम में जमीन का जल स्तर गिरने से हैंडपम्पों के गले सूखने लगे हैं। लगातार हो रही वॉटर लेबल के गिरावट के चलते हररोज कोई न कोई हैंडपम्प जबाव दे जाता है। जिसे सुधारने के लिए जल निगम व नगर पालिका के ठेकेदार लोगों को कभी रीबोर कराने तो कभी बरसात का इंतजार करने की बात कहकर टालूमिक्कर पिलाने में कोई भी कोताही नहीं बरत रहे हैं। जिससे निम्न मध्य वर्ग के नागरिकों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
जरूरत से ज्यादा जमीन जल के दोहन के चलते जल स्तर लगातार गिरता जा रहा है। यह समस्या आगे चलकर काफी विकराल हो सकती है। यदि समय रहते ध्यान नहीं दिया गया तो नगर क्षेत्र में लगाए गए इंडिया मार्का हैंडपम्प बड़ी तादाद में सफेद हाथी की तरह खड़े दिखाई देंगे। इस बात को लेकर आम जनमानस के चेहरों पर चिंता की लकीरे पैदा होने लगी हैं। हालांकि विभाग सावधानी बरतने में कोई भी कोताही नहीं बरत रहा। लेकिन घर-घर में लगे समर पम्प ओर इनसे बहने वाला अनावश्यक पानी समस्या को बढ़ावा देने का काम कर रहा है। ऐसे में विभागीय अधिकारियों ने आवश्यक अनुसार ही जल का उपयोग करने की अपील जनमानस से की है। अधिकारियों का कहना है कि उतना ही जल निकाले जितना उपयोग में आ जाए किसी भी कीमत पर जल का दुर्पयोग न करे । अन्यथा किसी भी समय पानी की कमी की गहरी समस्या पैदा हो सकती है। इतनी बात कहकर विभाग ने तो पल्ला झाड़ लिया। मौके पर पहुँचने वाले मिस्त्री हैंडपम्प के ठीक होने की सूचना वरिष्ठ जिम्मेदारों को देकर अपना पल्ला झाड़ने से बाज नहीं आ रहे हैं। जिससे जनता में नगर पालिका व जल निगम के प्रति रोष बढ़ रहा है।



