भुवनेश्वर, यूथ इंडिया एजेंसी। खुर्दा डीआरएम रिंकेश राय ने बालेश्वर जिले के बाहानगा में हुए भीषण रेल दुर्घटना के संदर्भ में एक विस्फोटक बयान दिया है। उन्होंने बताया कि अगर किसी व्यक्ति द्वारा शारीरिक रूप से टैपिंग यानी छेड़छाड़ नहीं की जाती है, तो सिग्नल में कोई समस्या नहीं हो सकती है। यह तकनीकी दृष्टि से संभव नहीं है। उन्होंने स्पष्ट रूप से बताया कि सिग्नल के साथ फिजिकल टैंपरिंग की गई है।
खुर्दा डीआरएम ने व्यक्त किया कि मुख्य रेलवे लाइन पर हरा सिग्नल था। हरा सिग्नल सिर्फ तभी मिल सकता है जब प्रीकंडीशन ठीक रहती है। यदि कुछ गड़बड़ी होती है, तो कभी भी हरा सिग्नल नहीं मिलेगा और लाल बत्ती जलेगी।
उन्होंने बताया कि कोरोमंडल एक्सप्रेस जो मुख्य रेलवे लाइन पर जा रही थी, हरी सिग्नल वाली लाइन पर चल रही थी और इसकी जानकारी डाटा लॉक के द्वारा स्पष्ट थी। खुर्दा जिलाधिकारी ने कहा कि इसी कारण से शारीरिक रूप से टैंपरिंग के संदेह की उत्पत्ति हुई है। इस गड़बड़ी के कारण ही इतनी भयंकर रेल दुर्घटना हुई है।
हालांकि, बाहानगा में हुए भीषण रेल हादसे में 275 लोगों की मौत हो गई थी और 1,208 लोग घायल हो गए थे। 1,009 घायलों को छुट्टी दे दी गई है, जबकि अन्य लोग विभिन्न अस्पतालों में इलाज करवा रहे हैं। शवों की पहचान करने के बाद उन्हें उनके परिजनों को सौंपा जा रहा है।
इस दौरान, रेलवे ने एक नई पहल शुरू की है जहां लोग घर बैठे हेल्पलाइन नंबर के माध्यम से अस्पतालों में भर्ती घायलों की पहचान कर सकते हैं और मृतकों के शव की पहचान कर सकते हैं। इसके लिए 24 घंटे कार्यरत हेल्पलाइन नंबर 139 पर संपर्क किया जा सकता है या फिर बीएमसी हेल्पलाइन नंबर 18003450061/1929 पर संपर्क किया जा सकता है।