प्रधानमंत्री व राष्ट्रपति को भेजा शिकायती पत्र |
फर्रुखाबाद,यूथ इण्डिया संवाददाता। भारतीय सेना के अधीन रहने वाली और अधिकांशतः फौजियों के बच्चों को शिक्षित करने वाले केन्द्रीय विद्यालय प्रशासन पर प्रवेश के नाम पर रिश्वत मांगने का आरोप लगा है। आरोप लगाने वाले अभयपाल ने राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री एवं उच्च अधिकारियों को शिकायती पत्र भेजा है।
नगर के मोहल्ला तलैया फजल इमाम निवासी अभयपाल ने केंद्रीय विद्यालय में रिश्वत लेकर प्रवेश देने की शिकायत राष्ट्रपति एवं प्रधानमंत्री से की है। शिकायती पत्र में कहा गया है प्रवेश के नाम पर अनियमितताएं की जा रही हैं। मनमाने तरीके से दलालों के माध्यम से अवैध वसूली करके विद्यालय में एडमीशन दिया जा रहा है। शिकायतकर्ता ने कहा कि वह अपने पुत्र लवकुश का केंद्रीय विद्यालय में प्रवेश कराना चाहता है।
इस संदर्भ में प्रवेश प्रभारी दुष्यंत सिंह से शिकायतकर्ता ने भेंट की और जानकारी प्राप्त करनी चाही तो प्रवेश प्रभारी ने कचहरी स्थित एक कैफे के संचालक अहिवरन सिंह के पास भेज दिया । जिन्होंने प्रवेश के लिए 75 हजार रुपये मांगे और गारंटी दी कि यदि पैसा दोगे तो एडमीशन होगा। इसी तरीके से प्रवेश प्रभारी दुष्यत सिंह ने भी 60 हजार रुपये प्रति बच्चे प्रवेश के लिए मांगे थे। इस बात की शिकायत प्राचार्य आरसी पाण्डेय से की गई थी, साथ पीएम कार्यालय व लखनऊ संभाग के लिए भी शिकायती पत्र भेजा गया था, लेकिन अब तक कार्यवाही नहीं हुई। अब भी पैसे लेकर एडमीशन की बुकिंग की जा रही है। जिससे पैसे न दे सकने वालों बच्चों का एडमीशन नहीं हो पायेगा। आरोप है कि नियम है कि पांच किलोमीटर से अधिक दूरी के बच्चों को प्रवेश नहीं दिया जाता। नियम विरुद्ध कन्नौज के कुश पुत्र धर्मेन्द्र का प्रवेश ले लिया गया और पीलीभीत के आरफ सोनकर को प्रवेश नहीं दिया गया। इसी तरीके से बीपीएल श्रेणी व अन्य श्रेणियों के बच्चों जो पैसे नही दे सके उन्हें प्रवेश नहीं दिया गया।
यह भी आरोप है कि पिछले सत्र में भी रिश्वतखोरी की शिकायत की गई थी, लेकिन जिम्मेदारों ने उस पर कोई कार्रवाई नहीं की। कार्यवाही न होने पर घूसखोरों के हौसले बुलंद हो गये और वर्तमान सत्र में नियम विरुद्ध तरीके से पार्ट ए, पैरा-5 नियम का भी उल्लंघन किया जा रहा है। स्थानीय बच्चों से पैसे लेकर प्रवेश दिया जा रहा है जो पैसा नहीं दे पा रहे है वह प्रवेश लेने से वंचित रह जा रहे है। यह क्रम कई वर्षों से चल रहा है। कार्यवाही नहीं होती, जिससे दलालों की दुकान अच्छी चल रही है। मामले की जांच कराकर कार्यवाही कराये जाने की मांग शिकायतकर्ता ने की है। इस संबंध में प्रधानाचार्य आरसी पाण्डेय से वार्ता का प्रयास किया गया, लेकिन उनसे सम्पर्क नहीं हो सका ।