नौ वर्ष पूर्व यूथ इण्डिया ने वर्ष 2014 में गरीब की आवाज को किया था बुलंद, आज मिला इंसाफ |
न्याय प्रिय डीएम संजय कुमार सिंह की अदालत के फैसले के बाद तपती धूप में मौके पर मौजूद रहकर नगर मजिस्ट्रेट दीपाली भार्गव ने कराये अवैध कब्जे साफ, डटी रही खाकी, सीओ सिटी प्रदीप सिंह ने संभाला मोर्चा, बोली सीएम सरकार हर पीडित के साथ। |


फर्रूखाबाद, यूथ इंडिया। जुर्म और जरायम के एक और अध्याय के खात्में का हुक्म पारित कर जिलाधिकारी संजय कुमार सिंह ने अपराधी सपा नेताओं के कब्जे से वेशकीमती जमीन मुक्त कराकर पीड़ित गरीब को सौंप उसकी जवान बहन और बेटियों के हाथ पीले करने का रास्ता साफ कर दिया। भारी विरोध के बाद भी नगर मजिस्ट्रेट दीपाली भार्गव ने तपती धूप की परवाह किये बगैर मौके पर मौजूद रहकर इंसाफ कराया।
खुशी के छलकते आसुओं के बीच पीडित संतोष शाक्य ने योगी जिंदाबाद के जब नारे लगाये तो मौजूद जनसमुदाय भी उकसे साथ हो चला। सपा सरकार के दौरान आतंक का पर्याय रहे तत्कालीन सपा के पूर्व जिला उपाध्यक्ष देवेन्द्र सिंह यादव जग्गू व उसके भाईयों ने बनखडिया जेएनवी रोड स्थित वेशकीमती पत्रक जमीन को जालसाजी के बलबूते न केवल कब्जा कर लिया बल्कि अपनी सरकार की हुकूमत के बल पर उस जमीन को अवैध प्लाटिंग कर अपने दबंग साथियों को यहां आसीन भी कर दिया।


सूबे की संल्तनत बदली तो योगी महाराज का शंखनाद हुआ। फरमान जारी हुआ कि गरीब को उसका हक दिलाया जाये, गुण्डों और माफियाओं का सफाया हो। इसी मुहिम में जब तत्कालीन उप जिलाधिकारी ने खानपुर निवासी संतोष शाक्य को दस्ताबेजों में आसीन कर फर्जी चढ़ाये गये बलवंत सिंह यादव आदि जग्गू के गुर्गों के नाम वेदखल किये तो संतोष को जिंदगी की नई आस मिल गई। इसके बाद उसने नगर मजिस्ट्रेट न्यायालय में अपना बाद दाखिल किया। नियत प्राधिकारी नगर मजिस्ट्रेट ने पूरी ईमानदारी और पारदर्शिता के साथ बीती एक अप्रैल को अपना फैसला सुनाते हुए संतोष की जमीन से अवैध कब्जे हटवाने का आदेश पारित किया और अवर अभियंता डीके सिंह को निर्देश दिया कि अवैध कब्जेदारों के विरूद्ध सुसंगत धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कराये।
फतेहगढ़ कोतवाल सचिन सिंह ने हुक्मरानों के आदेश के बाद भी अवैध कब्जेदारों से सांठगांठ कर ली। लेकिन प्रशासनिक तंत्र के आगे उन्हें आदेश के दूसरे दिन मुकदमा लिखना पड़ा। हांलाकि आरोपियों की धरपकड तो दूर, उनके हौसले बुलंद किये गये और कई बार ध्वस्तीकरण के आदेश के बाद भी अवर अभियंता को पुलिस बल मुहैया नहीं कराया गया। बीती 19 मई को जिलाधिकारी ने अपनी अदालत में सुनवाई करते हुए नगर मजिस्ट्रेट दीपाली भार्गव के आदेश को सही मान जब कब्जेदारों की अपील खारिज कर दी तो नगर मजिस्ट्रेट ने फिर आदेश पारित किया।


शुक्रवार को सिटी मजिस्ट्रेट दीपाली भार्गव जब खुद अवैध कब्जे हटवाने निकल पड़ी तो मजबूरन सांठ गांठ कर चुके फतेहगढ़ कोतवाल को भी मौके पर पहुंचना पड़ा। हांलाकि उससे पहले सीओ सिटी प्रदीप सिंह खुद नगर मजिस्ट्रेट के साथ बनखडिया स्थित जेएनवी रोड पर एक्शन ले चुके थे। आलाधिकारियों की मौजूदगी में यहां नगर पालिका की जेसीबी जब गरजी तो मौजूद लोग प्रदेश के सुशासन की खुशनुमा हवा का आनन्द तपती धूप में लेते रहे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जिंदाबाद के जयकारों से आसमान गुंजायमान हो गया। पीड़ित संतोष ने कहा कि योगी की सरकार में उन्हें न्याय मिलना संभव हो सका। सपा सरकार में तो मुख्यमंत्री अखिलेश यादव तक इन गुण्डों और दबंगों के साथ खड़े थे। यह गुण्डे उनके मंचों पर आसीन रहते थे। आज साबित हो गया कि सूबे में रामराज्य है। नगर मजिस्ट्रेट दीपाली भार्गव ने बताया कि अवैध मकानों को भी शीघ्र गिराया जायेगा। साथ ही अवैध कब्जेदारों को जेल भिजवाने का फरमान भी जारी होगा। अगली तिथि में अवैध मकानों के ध्वस्तीकरण का नम्बर है।


घंटा न्यायप्रिय.. BJP नेताओ के आगे दंडवत रहता है।। BJP के अदना से कार्यकर्ता के आगे बेचारे की हिम्मत जवाब दे देती है।। फर्रुखाबाद में 80 साल का वृद्ध न्याय के लिए 15 महीनो से भटक रहा है। ये उससे मिलकर न्याय का आश्वासन तक दे पाने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहा, क्योंकि अपराधी के साथ BJP का बेईमान नेता खड़ा है।
दूसरी पार्टी के भूमाफिया पर योगी बाबा बुलडोजर चलवा देते है लेकिन खुद भाजपा के भूमाफियाओं पर बुलडोजर कौन चलाएगा मेरी खुद की जमीन पर भाजपा के विधायक कब्जा करना चाहते है सारे शासन प्रशासन से मदद मांग के देख ली कही न्याय नहीं है।
कौन हैं भाजपा के भूमाफिया, आप लिस्ट दीजिए।