धरी रह गई पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था, तीन शव निकाले गए व चार की तलाश जारी

फर्रुखाबादः गंगा दशहरा पर पुलिस ने भीड़ को देखते हुए सुरक्षा की दृष्टि से चाकचौबंद व्यवस्था किए जाने का दावा किया था। पुलिस टीम नाव से गंगा में गश्त भी करती रही। इसके बावजूद पांचालघाट पर पांच युवक और ढाई घाट पर एक बी फार्मा छात्र समेत सात लोग गंगा में डूब गए। एक बालक फतेहगढ़ क्षेत्र में डूबा । तीन शव निकाल लिए गए हैं। चार लोगों की तलाश जारी रही। वहीं किन्नरों के हंगामे के बाद एक युवक का शव स्वजन लोहिया अस्पताल से ले गए।

फतेहगढ़ क्षेत्र के मुहल्ला नेकपुर कलां निवासी 18 वर्षीय होरीलाल उर्फ अनुज अपने रिश्तेदार अनूप के साथ दोपहर को गंगा नहाने पांचालघाट पहुंचा। अचानक अनुज गहरे पानी में डूब गया। जबकि अनूप बाल-बाल बच गया। जनपद कन्नौज कोतवाली छिबरामऊ के गांव बहबलपुर निवासी 19 वर्षीय विजय नागर, मां मीना देवी, भाभी शीला व अन्य स्वजन के साथ गंगा स्नान करने आया था। नहाते समय विजय नागर गहरे पानी में डूब गया। गोताखोरों ने काफी प्रयास के बाद अनुज व विजय नागर का शव बाहर निकाल लिया। दोनों शवों को लोहिया अस्पताल भेज दिया गया। विजय का शव स्वजन ले जाना चाहते थे तो स्वास्थ्य कर्मियों ने उन्हें रोका। इस दौरान कुछ किन्नर वहां पहुंचे और हंगामा कर दिया। इसी आपाधापी में स्वजन शव लेकर चले गए।

गंगा में डूबने से बचा युवक

कादरीगेट थाना प्रभारी राजेश राय ने बताया कि नेकपुर चौरासी निवासी सुरेश पाल का 18 वर्षीय पुत्र अभिषेक, आगरा के एतमाददौला निवासी सुरेश पाल का 19 वर्षीय पुत्र वीरेंद्र पाल व जनपद मैनपुरी के भोगांव निवासी 24 वर्षीय आदर्श भी पांचालघाट से लापता हैं। उनके भी गंगा में डूबने का शक जताया जा रहा है। तीनों की तलाश गंगा में कराई जा रही है। पता चला है कि अभिषेक अपने दोस्त सनी, अनवर व मयंक के साथ गंगा नहाने गया था।

फतेहगढ़ कोतवाली क्षेत्र के गांव हुसैनपुर नौखंडा निवासी मुन्नू सिंह अपने 11 वर्षीय पुत्र राजीव के साथ गांव कुर्रीखेड़ा घाट पर गंगा नहाने गए थे। अचानक राजीव गहरे में डूब गया। राजीव की मां नन्हीं देवी, भाई संदीप व शिवा आदि भी पहुंच गए। फतेहगढ़ कोतवाली प्रभारी सचिन कुमार सिंह ने बताया कि बालक की तलाश की जा रही है। गंगा स्नान पर सुरक्षा व्यवस्था के लिए पुलिस प्रशासन के अधिकारी तड़के से ही पांचालघाट पर मौजूद थे। चौकी प्रभारी अमित शर्मा फोर्स के साथ नाव में बैठकर गंगा में गश्त करते रहे। इसके बावजूद युवक डूब गए। नहीं कराया सीमांकन: पांचालघाट के दक्षिणी तट पर पंडों की तरफ से पानी की गहराई का आंकलन कर बल्ली लगाकर रस्सी अथवा कपड़ा बांध दिया जाता है। उत्तरी तट पर यह व्यवस्था नहीं है ।

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