वीणा साहित्य परिषद् के बैनर तले मनाया गया उमाशंकर वर्मा ‘साहिल’ का अमृत महोत्सव, साहित्यकारों का रहा जमावड़ा

यूथ इण्डिया संवाददाता, फर्रुखाबाद। संगीत, साहित्यकला, शिक्षा और कई विधाओं के बहूमुखी साधक रहे स्व० आचार्य ओम प्रकाश मिश्र कंचन के संस्मरणों से उन्हीं के द्वारा स्थापित नटराज भवन देररात्रि तक गुंजायमान होता रहा। इसके साथ ही वीणा साहित्य परिषद् के बैनर तले नगर की विभिन्न साहित्यिक संस्थाओं ने कन्नौज के वरिष्ठ साहित्यकार उमाशंकर वर्मा ‘साहिल’ के 78वें जन्मोत्सव पर उनका अमृत महोत्सव मनाया व अभिनंदन किया।

इस मौके पर नई व पुरानी पीढ़ी के दो दर्जन के लगभग कवि साहित्यकारों ने काव्यपाठ करके कार्यक्रम को सफल बनाया। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि समाजसेवी चिकित्सक डॉ० रजनी सरीन व अध्यक्ष ख्यातिलब्ध साहित्यकार डॉ० शिवओम अम्बर ने दीप प्रज्ज्वलित करके कार्यक्रम का मंगलाचरण किया। कवियत्री सुश्री गरिमा पाण्डेय ने वाणी वंदना करके काव्य क्रम का आगाज किया। कार्यक्रम के संचालन की जिम्मेदारी वरिष्ठ कवि डॉ० संतोष पाण्डेय ने निर्वाह की। उन्होंने उमाशंकर वर्मा साहिल के साहित्यिक जीवन पर संक्षिप्त में प्रकाश डाला। इसके साथ ही आचार्य कंचन के संस्मरण सुनाएं।

काव्यपाठ करने वालों में आचार्य कंचन के शिष्यों की तादाद अच्छी खासी रही। जिनमें प्रमुख रूप से डॉ० संतोष पाण्डेय, रामऔतार शर्मा इन्दू, उपकार मणि के नाम प्रमुख रहे। इसके अलावा किशन साध, वरिष्ठ गजलकार नलिन श्रीवास्तव, भारती मिश्रा, प्रीती पवन तिवारी, निमिष टंडन, श्री चन्द्र वर्मा, दिलीप कश्यप अग्निहोत्री, उत्कर्ष कलमकार, रामशंकर अवस्थी अबोध, महेश पाल सिंह उपकारी, वैभव सोमवंशी, राम मोहन शुक्ला, विशाल श्रीवास्तव, राजेश हजेला, गीता भारद्वाज सहित दो दर्जन के करीब कवियों ने काव्यपाठ किया।

इस मौके पर विशिष्ट अतिथि के रूप में सुरेन्द्र पाण्डेय मौजूद रहे। विभिन्न संस्थाओं की ओर से साहिल जी का अभिनंदन किया गया। प्रभात अवस्थी, भूपेन्द्र प्रताप सिंह, रोहित दीक्षित आदि लोगों ने अपने विचार व्यक्त किए। इस असवर शशिकांत पाण्डेय, अजय दीक्षित, दीपक रंजन सक्सेना, अर्पण शाक्य, गुड्डू अग्रवाल, रविन्द्र भदौरिया, आशुतोष, चित्रा अग्निहोत्री, अनिल प्रताप, अमित सक्सेना आदि मौजूद रहे।

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