भीषण गर्मी में मरीज खुद डुला रहे पंखे तो कोई घर से लाया इलेक्ट्रिक पंखा, वार्डो के पंखे खराब, लाइट न आने से व्यवस्थाएं धड़ाम, ठंडे पानी को तरस रहे तीमारदार, बिजली चले जाने पर नही चलाया जाता जेनरेटर, बनता डीजल का पूरा बिल |
फर्रुखाबाद, यूथ इंडिया संवाददाता। डा० राम मनोहर लोहिया अस्पताल में व्यवस्थाओं की धज्जियाँ उड़ती साफ़ दिखाई पड़ रहीं हैं। वार्डों के पंखे खराब होने के कारण मरीजों को स्वयं हाथ के पंखे व टेबल फैन से काम चलना पड़ रहा है। हाल ही में हुए उपमुख्यमंत्री के दौरे और फटकार का भी कोई ख़ास असर नहीं दिखाई पड़ रहा है। लोहिया अस्पताल में बिजली के चले जाने से जनरेटर की सुविधा होने के बावजूद नही चलाया जाता है जिस कारण मरीजों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। वहीँ साहब के कमरे की ऐसी तक नहीं बंद होनी चाहिए।


विवरण के अनुसार डा० राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भीषण गर्मी में मरीज स्वयं अपने हाथों से पंखा करते दिखे। यूथ इंडिया से पूंछताछ पर उन्होंने बताया कि बिजली के चले जाने से जनरेटर नही चलाया जाता है जिससे वह गर्मी में अपना समय काट रहे है। इतना ही नही थाना नवाबगंज क्षेत्र के गांव हरदुआ निवासी प्रशांत कुमार पुत्र सुखराम सिंह को बीते तीन दिन पूर्व भर्ती कराया गया था। उसे पैरालाइसिस की शिकायत है। प्रशांत के भाई रोहित यादव ने बताया कि जिस वार्ड में उसे भर्ती किया गया है वहां के पंखे खराब हैं। बिजली भी अनियमित आती है। भीषण गर्मी में वह अपने घर से टेबल फैन लेकर आया है। लेकिन बिजली के न आने से वह भी बंद पड़ा रहता है।
इस गर्मी में मरीजों को कोई सुविधाऐं नही मिल पा रही है। उधर बडे साहब के कमरे की एसी निरंतर चालू रहती है। यदि मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा० आरके गुप्ता कक्ष से बाहर निकलते है तो उनके कमरे की एसी हर समय चालू रहती है और वार्डों में भर्ती मरीजों के लिए बिजली चले जाने पर जनरेटर तक नही चलाया जाता है। जिससे मरीजों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। इतना ही नही बिजली के न आने से आरओ भी नही चलता जिससे तीमारदारों को ठंडा पानी नही मुहैया हो पा रहा है। खास बात तो यह है कि बिना जेनेरेटर चले ही बिल पूरा बन जाता है। मरीजों ने सीएमएस पर तरह तरह के आरोप लगाये और स्वास्थ्य विभाग को कोसा।
जेनरेटर न चलने से एक्सरे कक्ष में छाया अंधेरा, गेट के बाहर गर्मी में परेशान होते रहे मरीज





