कोविड काल के दौरान 2021 में सेंट एंथोनी के टीचर मि. पाल ईजे का हुआ था निधन

यूथ इण्डिया संवाददाता, फर्रुखाबाद। ईसाई धार्मिक परम्पराओं का सम्मान करते हुए जिलाधिकारी संजय कुमार सिंह ने अपने माध्यम से राज्य की योगी सरकार की बेहतर भावनाओं का लाभ देते हुए ऐतिहासिक फैसला कर बुधवार को पत्नी की माँग पर वर्ष 2021 में दफनाये गये पति की कब्र खुदवाकर अवशेषों को केरला जाने का रास्ता साफ कर दिया। भावुक पत्नि ने इसके लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जमकर सराहना की।

22 अप्रैल 2022 को श्रीमती जौली पाल पति स्व0 मिपालई जे ने प्रार्थना पत्र दिया था कि वह मूलतः मूल निवासी ईमरॉयल हॉउस जिला कोट्यम केरल की निवासी है एवं वर्तमान में सेंट एंथोनी स्कूल फतेहगढ़ में कार्यरत हैं। उनके पति मिपाई जे पुत्र श्री जैकब का निधन कोविड काल के दौरान 24 अप्रैल 2021 को हो गया था। उनका अंतिम संस्कार ईसाई धर्म के तहत शीशमबाग फतेहगढ़ कैंटोमेंट क्षेत्र में कर दिया था। वह पति के अवशेषों को कब्रिस्तान से निकलवाकर केरल ले जाना चाहती हैं।

जिलाधिकारी संजय कुमार सिंह ने जेष्ठ अभियोजन अधिकारी से राय ली। श्रीमती जौली पाल ने भी प्रार्थना की कि वह पति के अवशेषों को परिवार के पूर्वजों के कब्रिस्तान में दफन करना चाह रही हैं। इस संबंध में फादर सीजू जॉर्ज ने भी कहा कि ईसाई धर्म की परम्पराओं व धर्म के अनुसार स्व० पाल के अवशेषों को एक कब्रिस्तान से निकालकर दूसरे कब्रिस्तान में दफन करने से ईसाई धर्म व समाज के किसी व्यक्ति को कोई भी आपत्ति नहीं।

इसके बाद आज डीएम के आदेश पर उप जिलाधिकारी सदर संजय कुमार सिंह, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी की मौजूदगी में स्व0 पाल ईजे की कब्र खोदकर अवशेषों को भूमि से निकाल सीलबंद पॉलिथिन के जरिए पत्नी को सौंपा गया। जिला प्रशासन की मानवीय व्यवस्था से गदगद और भावुक श्रीमती जौली पाल ने डीएम की जमकर प्रशंसा की और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के शासन काल की भी सराहना की।

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