फर्रुखाबाद, यूथ इण्डिया संवाददाता। विकास खण्ड मोहम्मदाबाद क्षेत्र के ग्राम मुडगाँव निवासियों ने जिलाधिकारी को दिये गये शिकायती पत्र में दर्शाया कि मिली भगत करके अपात्रों को सैकड़ों एकड़ जमीन आवंटित कर दी गई जब कि पात्र अभी भी भूमिविहीन बने हुए हैं। जिन लोगों को भूमि आवंटित की गई वह लोग जमींदार हैं। कोई पेंशन भोगी है तो किसी के महानगरों में बंगले बने हुए हैं। ग्रामीणों ने माँग उठाई कि ऐसे पट्टाधारकों के पट्टे निरस्त किए जाएं और दोषियों के विरूद्ध कार्यवाही की जाए अन्यथा ग्रामीण आंदोलन के लिए विवश होंगे। इसका उत्तरदायित्व शासन का होगा।
लेखपाल के विरूद्ध पीड़ित ने न्यायालय में लगाई न्याय की गुहार
फर्रुखाबाद। चकबंदी प्रक्रिया में लेखपाल द्वारा माँगी गई रिश्वत न देने पर पीड़ित को चकबंदी सम्बन्धी मुकदमों में फँसवा देने और अक्सर धमकियां देने तथा चकों छिन्न-भिन्न कर देने की शिकायत को लेकर पीड़ित क्षेत्रीय लेखपाल के विरूद्ध न्यायालय की शरण लेते हुए न्याय की गुहार लगाई है। पीड़ित इसरत हुसैन निवासी चौंसपुर थाना कमालगंज ने चकबंदी लेखपाल मुजीब के विरूद्ध न्यायालय में दी गई याचिका में कहा कि मुजीब ने चकबंदी के लिए दस हजार रुपये रिश्वत के माँगे, मना करने पर गाली गलौज किया व झूठे मुदकमें दर्ज करवा दिए । अक्सर आरोपी लेखपाल गलौज करते हैं।
पीड़ित ने शंका जाहिर की है कि लेखपाल मिलीभगत के चलते पीड़ित के जमीन के कागजातों के साथ हेरफेर कर सकते हैं साथ ही किसी भी समय उनके साथ अप्रिय घटना कारित की जा सकती है। जब पुलिस से शिकायत की तो कोई कार्यवाही नहीं की गई। जिस पर जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक को शिकायत पत्र भेजा। लेखपाल को जब इस बारे में पता चला तो उसने शिकायत वापस लेने का दबाव बनाया व पीड़ित के साथ हाथापाई की जिस पर पीड़ित ने न्यायालय की शरण लेते हुए याचिका दायर की।