यूथ इण्डिया, फर्रुखाबाद।(हृदेश कुमार) कभी थाने की दलाली तो कभी क्षेत्र के चकलाघरो में गर्म गोश्त की दलाली के माहिर शातिर ने कई वर्ष पूर्व भाजपा का क्या दामन थामा मानो उसने चंबल के डकैतों को भी पीछे कर दिया। काले कारनामों को देख न केवल पार्टी संगठन ने पद से मुक्त किया बल्कि विधायक ने भी अपने दरवाजे बंद कर लिये। बीते दिनों भाजपा में बढ़ी बदलाव की सरगर्मी और शैलेन्द्र की जिलाध्यक्ष पद की करीबी देख अब इस शातिर पूर्व भाजपाई ने अपने कारनामों को फिर रंगत देनी शुरू कर दी है।
विधानसभा भोजपुर के थाना जहानगंज के राजेपुर टप्पा मण्डल निवासी राजकिशोर भदौरिया की थाने की दलाली देख तत्कालीन थाना प्रभारी निरीक्षक रहे संजीव सिंह राठौर ने जब भदौरिया को थाने से एक बार लठियाकर भगाया तो इस बात की भनक पार्टी के आला कमान को लगी। इसके बाद भदौरिया को उसके पद से मुक्त कर दिया गया। पार्टी का नाम लेकर भदौरिया ने अपनी लूट बंद नहीं की, क्षेत्र के कोटेदारों को विधायक का खौफ दिखाकर महीना बांधा। बहोरिकपुर और लक्ष्मन नगला के कोटेदार जब इस्तीफा लेकर विधायक के पास पहुँचे तो नाराज विधायक ने भी भदौरिया को बुला खरी खोटी सुना अपने दरवाजे से भगाया। आदत से लतखोर भदौरिया यहाँ भी चुप नहीं बैठा। इसके बाद उसने कम पढ़े लिखे प्रधानों का शोषण शुरु कर दिया। यहाँ तक कि फीता लेकर अपने साथ चलने लगा।
बरेली का सुरमा आँखों में और चमेली का तेल बालों में लगा यह शातिर सुबह निकलते ही प्रधानों द्वारा करायी जाने वाली बोरिंगों में फीता डाल उसमें भी कमियां निकाल प्रधानों से ठगी करने लगा। महमूदापुर के वाशिंदों ने तो आजिज आकर इसकी अधिकारियों तक से शिकायत की। खुद खनन करने और कराने का भी धंधा शुरु कर भाजपा की आड़ में जब राजकिशोर ने सारी हदें पार कर दीं तो थाना पुलिस ने गाँव रतनपुर में इसके गुर्गों की अवैध खनन करते जेसीबी पकड़ सीज की। अब भदौरिया ने शैलेन्द्र सिंह राठौर का दामन थाम क्षेत्र में बाइक चोरों और गर्म गोश्त की दुकानें सँजाने वालों का ठेका लिया है।