फर्रुखाबाद। निकाय चुनाव में जिला प्रशासन ने इस बार साबित कर दिया कि यूपी में गुड गवर्नेस बरकरार है। सत्तारूढ भाजपा निष्पक्ष मतदान और मतगणना के कारण दो नवगठित नगर पंचायतों को छोड पूरे जिले में भले ही हार गई हो लेकिन तमाम जगहों पर निर्दलीय प्रत्याशियों के सिर जीत का सेहरा बंधा। जिससे यह बात साफ हो गई कि प्रशासनिक तंत्र ने बगैर किसी दवाव और भेद भाव जनादेश मिलने दिया।
निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव व्यवस्था में सबसे महत्वपूर्ण योगदान पुलिस का होता है। जिले के पुलिस कप्तान अशोक कुमार मीणा ने बखूबी अपना फर्ज अदा किया। जिस प्रकार शांतिपूर्ण ढंग से इस बार नगरीय क्षेत्रों में निकाय चुनाव संपन्न हुआ ऐसा कभी नही हुआ। खासकर मुस्लिम इलाकों में शांतिपूर्ण ढंग से मतदान हो गया। जिलाधिकारी संजय कुमार सिंह अपर जिलाधिकारी सुभाष प्रजापति, नगर मजिस्ट्रेट दीपाली भार्गव चुनावी व्यवस्था को मजबूती से साधे रहे।


जिलाधिकारी खुद हर व्यवस्था का बारीकी से निरीक्षण करते दिखे। गणना दिन के उजाले में संपन्न हो इसके लिए दो स्थानों पर मतगणना की व्यवस्था जिला प्रशासन ने कराई। एक ओर सातनपुर मंडी स्थल पर डीएम एसपी खुद मोर्चा संभाले रहे तो दूसरी ओर अपर पुलिस अधीक्षक डा० संजय कुमार सिंह प्रशासनिक अधिकारियों के साथ डटे रहे। मतगणना के दौरान किसी की मजाल नही हो सकी कि मनमानी करा ले।
जब सत्तारूढ भाजपा ने गदर मचाना शुरू किया तो पुलिस की सख्ती उसी रंग में दिखी। जैसे अपराधियों से निपटा जाता। पुलिस अधीक्षक भाजपा की जिला कमेटी का पहले तो आदर करते रहे। लेकिन जैसे ही भाजपाईयों ने सीमाऐं लांघी तो पुलिस का चेहरा भी बदलते देर नहीं लगा। भाजपा ने मनमानी न चलने पर धरना प्रर्दशन भी किया लेकिन आलाधिकारियों ने लीग से हटकर एक बात नही मानी। हांलाकि भाजपा के जनप्रतिनिधियों ने भी प्रशासनिक कार्यवाही का विरोध नही किया। जिसके चलते बगैर भेदभाव चुनाव संपन्न हो गया।