फर्रुखाबाद, यूथ इंडिया। धीरे धीरे पांच वर्ष बीत गए फिर चुनाव आ गया लेकिन श्याम नगर सेंट लॉरेंस वाली सड़क के किनारे नालियों का निकास नहीं खुल पाया। मोहल्ले वालों का कहना है कि वे लगातार शिकायतें करते रहे जिन्हे प्रशाशन द्वारा ठन्डे बास्ते में डाला जाता रहा और नगर पालिका परिशद के अध्यक्ष के प्रत्याशी फिर से मोहल्ले में वोट मांगने आने लगे। इसे विडंबना न कहें तो और क्या कहें कि विकास पुरुष एक छोटे से मोहल्ले की नाली का निकास नहीं खुलवा सके।
बात बहुत दूर की नहीं है, नगर के प्रशिक्षित शिक्षण संस्थान विद्या मंदिर, श्याम नगर के उत्तर में सड़क जो कि बद्री विशाल कॉलेज के पास मुख्यालय जाने वाले मार्ग में जुड़ती है। यहाँ इस सड़क पर ईटें तो बिछाई गई, दोनों तरफ नालियां भी बनाई गई लेकिन इन नालियों का निकास कहाँ जाता, जब इन क्षेत्रों में बने तालाबों को पटवाकर उनपर प्लाटिंग कर दी गई। शानदार मकान भी बन गए लेकिन नाली जस की तस बनीं रही। सड़क पर भरा हुआ पानी समस्या की गंभीरता की गवाही दे रहा है। मोहल्ले वासियों ने बताया कि जो भी प्रत्याशी आए उन सभी से नाली का निकास खुलवाने और क्षेत्र को वर्षों से हो रहे इस जलभराव से निजात दिलाने की बात रखी गई तो पहले की भांति ही समस्या के समाधान की बात कहकर वे पल्ला झाड़ते दिखे।

चाहें सभासद पद का प्रत्याशी हो या चेयरमैन, सभी की निगाह में सड़क पर ये जलभराव आ चुका है लेकिन विश्वास के साथ कोई ये नहीं कह पाया कि समस्या का निदान हो ही जायेगा। ऐसे में क्षेत्रीय मतदाता खिन्न मन से मतदान की मजबूरी निभाने की स्तिथि में आ गए हैं। क्षेत्रीय निवासी सेवानिवृत अद्यापक व साहित्यकार नलिन श्रीवास्तव का कहना है कि उन्होंने स्वयं चेयरमैन, ईओ यहाँ तक कि नगर मजिस्ट्रेट तक को लिखित समस्या से अवगत कराया लेकिन नतीजा ढाक के तीन पात ही रहा। चुनाव चल रहा है। कोई न कोई तो चेयरमैन होगा ही, देखने की बात है कि इस बार भी समस्या का समाधान क्या हो सकेगा ?

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